जगदलपुर। प्राथमिक शाला भिरलिंगा के बच्चों को पुछे गए प्रश्नों के सही जवाब पा कर कमिश्नर श्री वासनीकर ने शाबासी दी । डाॅ. एपीजे अब्दुल कलाम शिक्षा गुणवत्ता अभियान के तहत प्राथमिक शाला भिरलिंगा में शिक्षा गुणवत्ता का जायजा लेने पहुंचे कमिश्नर दिलीप वासनीकर ने शिक्षक की भूमिका निभाई और बच्चों को पढ़ाने के साथ ही कई सवाल पुछे।

बकावण्ड विकासखण्ड के संकुल बोरपदर अंतर्गत शासकीय प्राथमिक शाला भिरलिंगा में उन्होंने बच्चों से अंग्रेजी, गणित, हिन्दी सहित अन्य विषयों से संबंधित प्रश्न पूछकर विषयवस्तु के संबंध में अर्जित ज्ञान का जायजा लिया। उन्होंने कक्षा 5वीं के छात्र छोटू नागवंशी एवं संदीप बघेल को हिन्दी विषय की पाठ्य पुस्तक में से कुछ अंश पढ़ने के लिए कहा। दोनों बच्चों ने संतोषजनक तरीके से संबंधित अंश का पाठन किया जिस पर कमिश्नर ने दोनों बच्चांे को शाबासी दी। उन्होंने प्राथमिक शाला में उपस्थित बच्चों से प्रत्यक्ष संवाद स्थापित करते हुए शाला में चल रही शैक्षणिक गतिविधियों के संबंध में जानकारी ली।

उन्होंने बच्चों से मच्छर के काटने से होने वाले मलेरिया रोग के संबंध में भी प्रश्न पूछा जिसका समाधान कारक जवाब बच्चों द्वारा दिया गया। उन्होंने बच्चों को बताया कि मलेरिया रोग मादा एनोफिलिज मच्छर के काटने से होता है। उन्होंने मच्छरों से बचाव हेतु जरूरी उपायों के संबंध में आवश्यक जानकारी बच्चों को दी। उन्होंने स्वस्थ रहने हेतु स्वयं की एवं सामुदायिक स्वच्छता का ध्यान रखने के लिए बच्चों को प्रेरित किया। उन्होंने स्वच्छता अभियान के प्रति जागरूक रहने के साथ ही खाना खाने के पूर्व व शौच के उपरांत साबुन से अच्छी तरह हाथ धोने की समझाईश दी। कमिश्नर वासनीकर द्वारा बच्चों से गणित विषय से संबंधित गुणा, भाग का प्रश्न भी पूछा गया जिसका बच्चों ने सही उत्तर दिया।

कमिश्नर वासनीकर ने कहा कि शिक्षा गुणवत्ता में सुधार निरंतर एवं सतत् प्रक्रिया है उन्होंने कहा कि वे पुनः शाला का निरीक्षण कर शिक्षा गुणवत्ता में सुधार का जायजा लेंगे। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अतिरिक्त बच्चों के पालकजन एवं ग्रामीण मौजूद थे।