बुध प्रदोष व्रत आज 20 अगस्त को रखा गया है. मान्यता है कि प्रदोष काल में भगवान शिव की पूजा करने से सभी पाप नष्ट होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है. खास बात यह है कि यदि आप व्रत नहीं रख पाए हैं, तब भी प्रदोष काल में शिव अभिषेक और पूजन करके पूर्ण फल प्राप्त कर सकते हैं. ज्योतिष शास्त्र मानता है कि प्रदोष व्रत में केवल शिवलिंग का जलाभिषेक भी अत्यंत फलदायी होता है.

प्रदोष काल और शुभ मुहूर्त
20 अगस्त को सूर्यास्त के बाद प्रदोष काल का आरंभ होगा. इस दिन प्रदोष काल का समय शाम 6:57 बजे से रात 8:56 बजे तक रहेगा. वहीं, पूजा का विशेष शुभ मुहूर्त शाम 7:15 बजे से रात 8:30 बजे तक का है. इस समय में भगवान शिव का जल, दुग्ध, मधु, बेलपत्र, अक्षत और धूप-दीप से अभिषेक करना श्रेष्ठ माना गया है.
पूजन से मिलने वाले लाभ
- जीवन से नकारात्मक ऊर्जा और भय दूर होते हैं.
- स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों में राहत मिलती है.
- नौकरी और व्यवसाय में प्रगति होती है.
- दांपत्य जीवन में मधुरता बढ़ती है.
- संतान सुख और परिवारिक सुख-शांति की प्राप्ति होती है.
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