वीरेन्द्र गहवई, बिलासपुर। तोरवा थाना क्षेत्र में हुई चाकूबाजी को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। इस मामले में आरोपी बनाए गए शेख समीर बख्श के परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि युवक को झूठे मामले में फंसाया गया है। परिजनों ने आईजी से निष्पक्ष जांच कराकर न्याय दिलाने की मांग की है।

मामला 14 अगस्त 2025 का बताया जा रहा है। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, उस दिन राहुल गोस्वामी निवासी टिकरापारा अपने दोस्त बजरंग के साथ डेयरी से दही लेकर लौट रहा था। इसी दौरान समीर बक्श समेत कई युवकों पर राहुल और बजरंग पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगाया गया। शिकायत में कहा गया कि आरोपियों ने चाकू और स्टील पाइप से वार किया, जिससे राहुल गंभीर रूप से घायल हो गया और उसके साथी बजरंग को भी चोटें आईं। इसी आधार पर थाना तोरवा पुलिस ने समीर बक्श समेत अन्य युवकों के खिलाफ अपराध दर्ज किया।

समीर बख्श के पिता का कहना है कि उनका बेटा निर्दोष है और घटनास्थल पर मौजूद नहीं था। उन्होंने बताया कि घटना के दिन 14 अगस्त की रात करीब 8 से 9 बजे समीर अपने दोस्त मोहम्मद युसुफ़ के साथ मॉल में था। इस दौरान वहां के सीसीटीवी कैमरों में उसकी मौजूदगी का फुटेज भी है।

परिजनों का कहना है कि घटना के बाद उन्होंने थाना तोरवा पुलिस को फुटेज उपलब्ध कराई, लेकिन पुलिस अधिकारियों ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया और मामले की सही जांच किए बिना ही समीर बख्श के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया गया। शिकायतकर्ता ने पुलिस पर निष्पक्ष जांच न करने और एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया है।