पंजाब में लगातार हो रही बारिश अब लोगों की चिंता बढ़ते ही जा रहा है। कई गांव बाढ़ प्रभावित इलाके घोषित कर दिए गए हैं। नदियां और बांध खतरे के निशान पर बह रहे हैं। इन सभी के बीच में एक और चिंता बढ़ने वाली खबर सामने आई है जिसके मुताबिक हिमाचल और पंजाब में आने वाले दिनों में फिर से भारी बारिश होने की संभावना मौसम विभाग में जताई है।

जानकारी के अनुसार हिमाचल के बिलासपुर में सतलुज नदी पर बने कोलडैम से शनिवार दोपहर 12 बजे पानी छोड़ा गया है। इसके चलते सतलुज का जलस्तर बढ़ सकता है। इस दौरान प्रशासन द्वारा पंजाब के लोगों चेतावनी दी गई है और दरिया के किनारे जाने से मना किया है।

कोलडैम से पानी छोड़े जाने के कारण पंजाब के कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है। सतलुज के निचले इलाकों में जलभराव की आशंका जताई गई है, खासकर फिरोजपुर, जालंधर, कपूरथला और रूपनगर जिले प्रभावित हो सकते हैं। स्थानीय प्रशासन ने गांववासियों को सतर्क रहने और अनावश्यक रूप से नदी किनारे न जाने की अपील की है।

मंडी के 16 गांव डूबे

मंडी क्षेत्र के 16 गांवों में ब्यास नदी के बढ़ते जलस्तर से मची तबाही की खबर ‘रोजाना पंजाब केसरी’ द्वारा प्रमुखता से प्रकाशित किए जाने के बाद हरकत में आए प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित लोगों को मंड बाऊपुर पुल से लेकर चिकित्सा सुविधाएं, राशन सामग्री, पशुओं के लिए हरा चारा, चिकित्सा सुविधाएं समेत तमाम सुविधाएं मुहैया कराने का दावा किया है, केलेकिन इसके बावजूद इन बाढ़ प्रभावित गांवों के लोग इस बात से बेहद नाराज भी हैं कि ये सुविधाएं बाढ़ पीड़ितों तक नहीं पहुंच पाई हैं।