हरिश्चंद्र शर्मा, ओंकारेश्वर। शनिवार को पड़ी अमावस्या तिथि के अवसर पर ओंकारेश्वर में श्रद्धा और आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिला। सुबह से ही मां नर्मदा के पावन तटों पर भक्तों का रेला उमड़ पड़ा। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पवित्र नर्मदा जल में आस्था की डुबकी लगाई और भगवान ओंकारेश्वर ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग महादेव के दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित किया।
पूरे क्षेत्र में “हर हर महादेव” के जयकारे गूंजते रहे
विशेष उल्लेखनीय यह रहा कि इस बार अमावस्या का पर्व शनिवार को पड़ने से इसका महत्व और भी बढ़ गया। मान्यता है कि शनिचरी अमावस्या पर नर्मदा स्नान और शिव पूजन से विशेष फल प्राप्त होता है तथा पितृ दोष, शनि संबंधी कष्ट और जीवन की बाधाएं दूर होती हैं। इसी कारण दूर-दराज से हजारों श्रद्धालु यहां पहुंचे और पूरे क्षेत्र में “हर हर महादेव” के जयकारे गूंजते रहे।
बारिश का भी श्रद्धालुओं पर नहीं पड़ा कोई असर
हालांकि रुक-रुक कर जोरदार बारिश होती रही, लेकिन श्रद्धालुओं की भीड़ पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। नर्मदा घाटों पर भीगते हुए भी लोग कतार में खड़े होकर भगवान के दर्शन करते रहे। श्रद्धालुओं का कहना था कि बारिश चाहे जितनी भी हो, आस्था और भक्ति के आगे उसका कोई महत्व नहीं।
साधु-संतों ने भी विशेष पूजन-अर्चन किया
नर्मदा तट से लेकर ओंकार पर्वत तक का क्षेत्र भक्तिमय वातावरण से सराबोर हो गया। साधु-संतों ने भी विशेष पूजन-अर्चन किया। मंदिर परिसर और घाटों पर सुरक्षा एवं व्यवस्था के लिए पुलिस और प्रशासन तैनात रहा। शनिचरी अमावस्या पर उमड़े आस्था के इस सैलाब ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि कठिन परिस्थितियां भी जब भक्ति और विश्वास के सामने आती हैं तो उनका असर फीका पड़ जाता है।
Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें