हेमंत शर्मा,रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी में उत्तरप्रदेश के अखिलेश यादव को गिरफ्तार किया गया है. फर्जी रेलवे अधिकारी बनकर रेलवे में नौकरी लगाने का झांसा देकर बेरोजगारों से ठगी करता था. आरोपी ने कबीर नगर हीरापुर एवं आसपास रहने वाले बेरोजगारों को रेलवे में विभिन्न पदों पर नौकरी लगाने के नाम पर 50 लाख से अधिक की ठगी कर चुका है. पुलिस ने आरोपी अखिलेश यादव को कबीर नगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है, उसके पास से महँगी कार और बुलेट भी जब्त किया है.
पुलिस के मुताबिक आरोपी अखिलेश यादव मूलतः उत्तरप्रदेश के रहने वाला है. पिछले छह महीने से वो हीरापुर इलाके में रहकर बेरोजगारों से रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी कर रहा था. करीब सात से आठ लोगों से उसने अब 50 लाख की ठगी की है. आरोपी को हीरापुर से गिरफ्तार किया गया है.
इसके संबंध में यह जानकारी भी मिली है कि इसने गुजरात मे भी कुछ लोगों को नौकरी लगाने का झांसा देकर ठगी की है. अपना अलग-अलग कार्ड बनवाकर बांटता था. उसके पास से महँगी भारत सरकार लिखा कार, रेलवे का बुलेट, कार्ड, लेपटॉप, वर्दी, सील समेत कई सामान जब्त किया गया है.
आरोपी के पास से 20 नग रेलवे बोर्ड का फर्जी सील, 20 नग एटीएम, 100 विजिटिंग कार्ड, वेस्टर्न और साउथ रेलवे का कार्ड मिला है, जिसे यह खुद बनवाया था. 2 कार जिसमें भारत सरकार लिखा है और बुलेट बाइक भी जब्त किया गया है. इन सभी गाड़ियों को उसने ठगी के पैसे खरीदा है. यह अपने आप को रेलवे में टीटी के पद पर बताता था. कहता था कि मेरे पिता मुम्बई आईजी है और किसी दूसरे का इंटरनेट से फ़ोटो डाउनलोड कर उसे अपना पिता बताकर प्रार्थियों को दिखाता था. आरोपी ने गुजरात में एक गुप्ता परिवार से भी नौकरी लगाने के नाम पर पांच लाख की ठगी किया है.
आरोपी अखिलेश यादव ने कहा कि मुझसे गलती हो गई और मैं इस ठगी के व्यापार में आ गया. हीरापुर में आठ से नौ लोगों के साथ ठगी और गुजरात में एक व्यक्ति से ठगी किया. सभी लोगों से ढाई-ढाई लाख रुपये लिया था. पिछले डेढ़ साल से यह काम कर रहा हूं. गुजरात से ठगी करने के बाद रायपुर आकर हीरापुर में रहता था. पहले रेलवे में टीटी के पद पर, फिर प्रमोशन होकर कोरबा चला गया और वहां कोयला लोडिंग होता है उसका इंचार्ज बताता था. सभी गाड़िया ठगी के पैसे से रायपुर में ही लिया गया है. फर्जी सील और आईडी कार्ड इलाहाबाद में बनवाया था.