आगरा. ताजनगरी में STF और ड्रग्स विभाग की टीम दवा बाजार में 4 दिन से लगातार छापामार कार्रवाई कर रही है. टीम ने शहर के कई मेडिकल फर्म और उनके गोदामों पर रेड मारकर कई ब्रांडेड कंपनियों के रैपर में नकली दवाएं बरामद किया. बंसल मेडिकल एजेंसी के गोदाम में दवाओं का जखीरा मिला है. गोदामों में कई तरह की कंपनियों की दवाएं भरी हुई थी. बंसल मेडिकल एजेंसी के गोदाम से 7 नमूने लिए गए हैं, जिनकी जांच शुरू की गई है. साथ ही और कई दवा कारोबारियों के सील गोदामों की जांच शुरू की गई है. टीम ने करोड़ों रुपए की नकली दवाएं बरामद की हैं.
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बता दें कि छापेमारी टीम ने करीब 2.50 करोड़ रुपये की नकली दवाएं सीज की गई. वहीं कई गोदाम भी सील किए गए. इसी कार्रवाई के दौरान नकली दवा सिंडिकेट के कारोबारी ने एसटीएफ इंस्पेक्टर को 1 करोड़ रुपये रिश्वत की पेशकश भी की थी. हेमा मेडिको के मालिक ने टीम को 1 करोड़ रिश्वत देने का प्रयास किया था. छापेमारी में टीम ने 2.50 करोड़ की दवाएं सीज की थी. जिसमें Glenmark, Zydus, Sun Pharma, Sanofi के प्रोडक्ट भी शामिल थी. चेन्नई से लखनऊ तक फैले दवा के इस नेटवर्क को बेनकाब किया गया है. ये कारोबार 11 राज्यों में फैला हुआ है.
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एसटीएफ और औषधि विभाग की संयुक्त टीम सैयद गली, मोती कटरा स्थित हेमा मेडिको फर्म पहुंची. फर्म के संचालक हिमांशु अग्रवाल निवासी कर्मयोगी, कमलानगर के यहां पर छानबीन शुरू की गई. कार्रवाई से घबराए कारोबारी हिमांशु अग्रवाल ने जांच रोकने के लिए 1 करोड़ रुपये रिश्वत देने की कोशिश की. हालांकि टीम ने कार्रवाई जारी रखी .वहीं बताया जा रहा है कि बाद में टीम ने जाल बिछाकर कारोबारी को पैसों के साथ गिरफ्तार किया था.
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