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Ganeshotsav 2025: देशभर में आज से गणेशोत्सव का शुभारंभ हो गया है. इन दस दिनों तक श्रद्धालु अपने घरों और पंडालों में बप्पा की स्थापना कर पूजा-अर्चना करेंगे. भगवान गणेश को भोग लगाना इस पूजा का सबसे अहम हिस्सा माना जाता है. लेकिन शास्त्रों में भोग लगाने से जुड़े कुछ खास नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करने से ही पूजा पूर्ण फल देती है.

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Ganeshotsav 2025

Ganeshotsav 2025

क्या करें (Ganeshotsav 2025)

  • शुद्धता का विशेष ध्यान रखें: भोग लगाने से पहले स्नान करें और साफ वस्त्र पहनें.
  • ताजे व्यंजन: गणपति को मोदक, लड्डू, दूर्वा घास और मौसमी फल अर्पित करें.
  • भोग पहले, फिर प्रसाद: पहले भगवान को भोग लगाएं, उसके बाद ही परिवार और भक्त प्रसाद ग्रहण करें.
  • दूर्वा और लाल फूल: गणेशजी को दूर्वा घास और लाल फूल अर्पित करना शुभ माना गया है.
  • भक्ति भाव जरूरी: भोग लगाते समय मन में शुद्ध भाव और मंत्रोच्चार करें.

क्या न करें (Ganeshotsav 2025)

  • बासी भोजन वर्जित: गणपति को कभी भी बासी या अधपका भोजन न चढ़ाएं.
  • लहसुन-प्याज से परहेज: इनके बने व्यंजन भगवान को अर्पित नहीं किए जाते.
  • लोभ-लालच न रखें: भोग केवल दिखावे के लिए न लगाएं, बल्कि सच्ची श्रद्धा से अर्पित करें.
  • खुले बर्तन से बचें: भोग ढककर रखें ताकि अपवित्र न हो.

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