प्रयागराज. यूपी के कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति है. गंगा और यमुना का जलस्तर हर घंटे बढ़ रहा है, जो टेंशन का सबब बन रहा है. 24 घंटे में गंगा नदी का फाफामऊ में 97 सेमी. और छतनाग में 44 सेंटीमीटर जलस्तर बढ़ा है. वहीं नैनी में यमुना का जलस्तर 24 घंटे में 27 सेमी. बढ़ा है. एक बार फिर से आपदा तंत्र को अलर्ट कर दिया गया है.

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बता दें कि एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. सुबह 8 बजे गंगा का फाफामऊ में जलस्तर 84.39 मी, छतनाग में सुबह 8 बजे 83.56 मीटर दर्ज किया गया था. वहीं नैनी में यमुना का जलस्तर 84.09 मीटर दर्ज किया गया. दोनों नदियां डेंजर लेवल से 84.734 से एक मीटर नीचे है. सिंचाई विभाग के कंट्रोल रूम से लगातार मॉनिटरिंग जारी है. NDRF, SDRF और जल पुलिस की तैनाती की गई.

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वहीं बढ़ते जलस्तर से सबसे ज्यादा असर गंगा और यमुना के तटीय इलाकों में दिखने लगा है. बड़े हनुमान मंदिर के गर्भगृह में पानी भर गया है. संगम के सभी घाट पूरी तरह से जलमग्न हो चुके हैं. कई मोहल्ले और गांव फिर से बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. नागवासुकी, बेली कछार, सलोरी, बघाड़ा, राजापुर और बदरा सुनौटी जैसे इलाके एक बार फिर से बाढ़ की चपेट में आने वाले हैं. इन क्षेत्रों के लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है.