हेमंत शर्मा, इंदौर। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंदौर में स्वच्छताकर्मी वीर सम्मान समारोह में सफाई मित्रों के साथ भोज किया। साथ ही शहर को 50 नई इलेक्ट्रिक बसों की सौगात दी। सीएम ने कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय को देश का पहला जीरो वेस्ट जू घोषित किया। रंजीत हनुमान मंदिर के जीर्णोद्धार कार्य का भूमि पूजन किया। ‘स्वच्छता का महागुरु’ लोगो लॉन्च किया गया। 

इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में ‘वन नेशन स्वच्छताकर्मी वीर सम्मान समारोह’ का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर मुख्यमंत्री मोहन यादव, कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, विधायक उषा ठाकुर और महापौर पुष्यमित्र भार्गव मौजूद रहे। समारोह में सफाई मित्रों, स्वच्छता दीदियों, उद्यान विभाग, सीटीपीटी विभाग और अन्य कर्मचारियों का सम्मान किया गया। 

मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट विस्तार और पब्लिक ट्रांसपोर्ट के विकास पर की बात

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता भारत की संस्कृति और परंपरा से जुड़ी हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में स्वच्छता को एक राष्ट्रीय आंदोलन बनाया गया है और इंदौर ने हर बार नंबर वन आकर देश को दिशा दिखाई है। उन्होंने इंदौर की जनता, कर्मचारियों और जनभागीदारी मॉडल की सराहना की। मोहन यादव ने कहा कि इंदौर केवल स्वच्छता ही नहीं, बल्कि उद्योग, खेल, कला और संस्कृति के क्षेत्र में भी अग्रणी है। उन्होंने इंदौर-मनमाड़ रेल परियोजना, एयरपोर्ट विस्तार और पब्लिक ट्रांसपोर्ट के विकास को लेकर भी बात की।  

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने फतेहाबाद गुलाब जामुन का सुनाया इतिहास

स्वच्छता कर्मी वीर सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपने संबोधन में फतेहाबाद के गुलाब जामुन का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि फतेहाबाद का गुलाब जामुन केवल स्वाद की वजह से ही नहीं, बल्कि अपने अतीत की कहानी के कारण भी मशहूर है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि औरंगजेब के समय फतेहाबाद क्षेत्र में सत्ता संघर्ष हुआ था। इस संघर्ष में भाई-भाई और पिता-पुत्र के बीच खूनी लड़ाइयाँ हुईं। उस दौर की घटनाओं से जुड़ी कहानियां आज भी फतेहाबाद से जुड़कर याद की जाती हैं। उन्होंने कहा कि गुलाब जामुन सिर्फ मिठाई नहीं, बल्कि उस दौर की याद दिलाने वाला प्रतीक बन गया है।

सीएम मोहन यादव ने कहा कि जिस जगह पर इंदौर और उज्जैन की सीमा मिलती है, वही फतेहाबाद है, और यहीं का गुलाब जामुन समय के साथ एक कहावत और पहचान बन गया।

महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कचरे से फ्यूल बनाने की कही बात

महापौर ने कहा कि इंदौर की स्वच्छता व्यवस्था के पीछे सफाई मित्रों, ड्रेनेज और गार्डन कर्मचारियों की बड़ी भूमिका है। उन्होंने बताया कि शहर में लगातार नए नवाचार हो रहे हैं- कचरे से फ्यूल बनाना, डिजिटल इंदौर की ओर बढ़ना और जल्द ही डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन की नई व्यवस्था शुरू करना। उन्होंने घोषणा की कि इस बार से सर्वश्रेष्ठ वार्ड और पार्षद को भी सम्मानित किया जा रहा है। इस बार स्वच्छ वार्ड प्रतियोगिता में वार्ड क्रमांक 13 पहले स्थान पर रहा।  

मंत्री तुलसी सिलावट में सफाई मित्रों को बताया असली योद्धा

सिलावट ने कहा कि सफाई मित्र ही असली योद्धा हैं, जिनकी मेहनत से इंदौर सिर्फ देश में नहीं बल्कि विश्व स्तर पर भी स्वच्छता में नंबर वन बना है। उन्होंने मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि सरकार हमेशा समाज के हर वर्ग के साथ खड़ी है।

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H