भुवनेश्वर: शहरी विकास मंत्री कृष्ण चंद्र महापात्र ने आज घोषणा की कि ओडिशा राज्य भर में लगभग 1,000 इलेक्ट्रिक बसें चलाएगा. इस पहल का उद्देश्य वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करना और पर्यावरण के अनुकूल आवागमन के विकल्पों को बढ़ावा देना है. वर्तमान में 400 इलेक्ट्रिक बसें सेवा में हैं और जल्द ही 200 और बसें जोड़ी जाएंगी. प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई केंद्र सरकार की एक योजना के तहत 400 अतिरिक्त बसें उपलब्ध कराई जाएँगी.

शुरुआती तौर पर संबलपुर में 25 इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी, और बाद में झारसुगुड़ा, क्योंझर, बरहामपुर और अनुगुल में चरणबद्ध तरीके से इन्हें चलाने की योजना है. इन सेवाओं का प्रबंधन कैपिटल रीजन अर्बन ट्रांसपोर्ट (CRUT) द्वारा अपनी “आम बस” पहल के तहत किया जाएगा, जो सुरक्षित, किफायती और पर्यावरण के अनुकूल सार्वजनिक परिवहन प्रदान करने पर केंद्रित है.

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ओडिशा ने इलेक्ट्रिक बस संचालन में राष्ट्रीय स्तर पर पांचवाँ स्थान प्राप्त करके एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल कर ली है, जो सतत गतिशीलता की दिशा में एक बड़ा कदम है. राज्य को पीएम-ई बस सेवा और पीएम-ई ड्राइव जैसी केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ मिल रहा है, जिनके तहत पूरे भारत में 14,329 ई-बसें चलाई जा सकी हैं.

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महापात्र ने कहा, “पर्यावरण की सुरक्षा के लिए, राज्य भर में और अधिक ई-बसें चलाना जरूरी है. इन बसों के आने से ओडिशा के पास 1,000 ई-बसों का बेड़ा हो जाएगा.” यह विस्तार ओडिशा के हरित बुनियादी ढांचे के विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो स्वच्छ शहरों और कम कार्बन उत्सर्जन के राष्ट्रीय लक्ष्यों के अनुरूप है. इस कदम से सार्वजनिक परिवहन की पहुंच में सुधार होने के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन के प्रति सहनशीलता में भी योगदान मिलने की उम्मीद है.