लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मौसम का कहर जारी है। कई जगहों में बाढ़ जैसी स्थिति निर्मित हो गई है। इसी बीच मौसम विभाग ने प्रदेश के 20 जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है। गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। जिसके चलते प्रयागराज के लेटे हनुमान मंदिर के गर्भगृह में पानी भर गया है। सीजन में 5वी बार बाढ़ का पानी मंदिर के अंदर पहुंचा है।

डूबे मकानों में रहने को मजबूर

वहीं यमुना के उफान से मथुरा-वृंदावन में बाढ़ के हालात बेकाबू हो गए हैं। दर्जनों कॉलोनियां जलमग्न हो गईं, वहीं कीमती सामान की चोरी के डर से कई लोग डूबे मकानों में रहने को मजबूर हैं। हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी के चलते जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है। प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर प्रभावित क्षेत्रों में निगरानी तेज कर दी है। कई घाट बंद कर सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।

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पीलीभीत जिले के कई इलाके बाढ़ ग्रस्त

पीलीभीत जिले के कई इलाके बाढ़ ग्रस्त है। जिसके चलते पुलिस ट्रैक्टर पर पेट्रोलिंग कर रही है। जिले के 62 गांव बाढ़ से प्रभावित है। आगरा में भी बाढ़ का कहर जारी है। 50 से अधिक जगहों पर सड़के 4 फीट तक धंस गई। गाजियाबाद के आधा दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में है। शाहजहांपुर में बाढ़ की वजह से ट्रैक्टर ट्रॉली पर महिला की डिलीवरी हुई। मुरादाबाद में भी बाढ़ मुसीबत बन गई है। जबकि ललितपुर में बांध के 10 गेट खोले गए।