सत्यपाल सिंह,रायपुर। छत्तीसगढ़ की सड़कें तो वैसे सभी जगह आपको चकाचक दिखेंगी, लेकिन एक जिला ऐसा है जहां की कुछ सड़कों से गुजरना दुश्वार हो गया है. यदि आप उस सड़क पर पहुंच भी गए, तो कीचड़ में फंस जाएंगे. पैदल जाने की कोशिश की, तो गिरते पड़ते निकलने बाहर आ पाएंगे. जी हां हम बात कर रहे हैं कोरबा जिले के रतनपुर से पाली कटघोरा जाने वाली राष्ट्रीय राजमार्ग का. जहां की सड़क यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. कार, बस, बाइक, ट्रक, एम्बुलेंस तक ने सड़क पर दम तोड़ दिया है. गाड़ी से रास्ते में यात्रा करना तो दूर पैदल चलना एक चैलेंज से कम नहीं है. हादसों का शिकार हो रहे हैं. क्योंकि घुटनों तक कीचड़ और सड़क में बड़े-बड़े गड्डे है. रोज फस रहा गाड़ियों की जाम की वजह से घंटों जाम लगा रहता है. छत्तीसगढ़ के विकास में आपको राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजरना है तो सड़क पर धंसना भी होगा.

सड़की इसी स्थिति को देखते हुए बस संचालक संघ परेशान हो चला है. इस रोड में दिन में कम से कम सौ बस और रात में 50 बसों का संचालन होता है. यानी करीब 50 हजार यात्री इस मार्ग से जान जोखिम में डालकर यात्रा करते हैं. रोज दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं.
बार- बार शिकायत के बाद भी आज तक किसी ने इस ओऱ सुध नहीं ली है. हालात ये हो गए हैं कि अब बस संचालक संघ ने सड़क नहीं सुधारने पर बस संचालन रोकने की चेतावनी दी है. इसकी शिकायत बिलासपुर संभागायुक्त से मिलकर की गई है.

पाली नगर से होकर गुजरी एनएच मुख्यमार्ग इन दिनों किसी आफत से कम नहीं है. राष्ट्रीय राजमार्ग होने के बावजूद इस सड़क की जो दयनीय स्थिति वर्तमान में है वह हैरान कर देने वाली है. पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं होने की वजह से बरसात का पानी जाम होने के कारण एक बड़े हिस्से से सड़क धूलकर निकल गई. बड़े-बड़े गड्ढे उभर कर सामने आ गए, जिसमें मुरुम मिट्टी डालकर भरने का काम किया गया. लेकिन यह उपाय कारगर साबित नहीं हो पाने से गिट्टी बोल्डर डालकर मार्ग बहाल करने का प्रयास किया गया. वह भी विफल रहा. इस दौरान लगातार छोटे-बड़े वाहनों की आवाजाही से मुख्यमार्ग का बंटाधार हो गया. वर्तमान में सड़क पर निर्मित गड्ढों में भरे पानी व दलदल की वजह से गहराई का एहसास नहीं हो पाने के कारण दोपहिया सवार लोग उसमें गिरकर चोटिल हो रहे है.

पहले भी कई बार नगर से गुजरी उक्त मार्ग का मरम्मत कराया गया, लेकिन पता नहीं किस बुद्धिमान अधिकारी के दिमाग से कोलतार की सड़क का मरम्मत कार्य कराया गया कि बारिश दर बारिश के दौरान सड़क के हालात लगातार बिगड़ते ही चले गए और बड़े बड़े गड्ढों के साथ यहां कीचड़ व दलदल पैदा हो गया. जिसमें लगातार आने-जाने वाले वाहन फंस रहे हैं और थोड़ी-थोड़ी देर में लोग गिरकर चोटिल भी हो रहे हैं. नगर के भीतर से गुजरी सड़क से 24 घंटे बड़े-बड़े ट्रक, हाईवा, ट्रेलर, कैप्सूल से लेकर बस ऑटो कार और दोपहिया वाहनों में लोग आवाजाही करते हैं.

स्थानीय लोगों का कहना है कि कब किधर कौन धस जाता है पता नहीं चलता है. घंटों जाम का सामना करना पड़ता पैदला चलने में घुटने तक कीचड़ में फंस रहे है. कई दफा इसकी शिकायत प्रशासन से की गई, लेकिन सड़क सुधारने की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. इसका खामियाजा हमें भुगतना पड़ रहा है.

फिलहाल तो पैदल चलना तक दूभर हो चुका है और कीचड़ में सभी वाहनों के फंसने से हर दस मिनट में जाम के हालात भी पैदा हो रहे है. फिर भी किसी तरह ले दे कर गड्ढों व कीचड़ के साम्राज्य से गिरते पड़ते हांपते संहलते लोग यहां से निकलने जहद्दोजद करते नजर आ रहे हैं. नगर से होकर गुजरी यह सड़क अब किसी पिछड़े गांव की सड़क को भी मात देती नजर आ रही है. जिसके सुधार की दिशा में ना जाने कब से कार्य प्रारंभ किये जाएंगे?