अमित पांडेय. खैरागढ़. गणेश विसर्जन की झांकी में उमड़ी भीड़, बैंड-बाजों की आवाज़, नाचते-गाते लोग और इसी बीच खून से लथपथ हो गया पूरा माहौल. महज़ 20 साल का दीपक यादव चाकू के वार से तड़पता रहा और पुलिसकर्मी हाथ पर हाथ धरे खड़े तमाशा देखते रहे. इस शर्मनाक लापरवाही की कीमत दीपक ने अपनी जान देकर चुकाई और पुलिस महकमे की किरकिरी पूरे प्रदेश में हो गई.


07 सितंबर 2025 की इस वारदात ने पूरे खैरागढ़ को दहला दिया. झांकी के दौरान नाबालिग आरोपी ने खुलेआम चाकू निकालकर दीपक पर ताबड़तोड़ वार कर दिए. देखते-देखते दीपक की सांसें थम गईं और पूरा शहर दंग रह गया. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जंगल की आग की तरह वायरल हो गया. लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यही रही कि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी इस खूनखराबे को रोकने की बजाय मूकदर्शक बने खड़े रहे. वीडियो सामने आने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. मामले को रफा-दफा करना आसान नहीं था, लिहाज़ा एसपी ने ड्यूटी में लापरवाही मानते हुए कार्रवाई की. रक्षित केन्द्र केसीजी में पदस्थ प्र.आर. 44 लक्ष्मण श्रीवास्तव और थाना साल्हेवारा के प्र.आर. 68 छत्रपाल सिंह पैकरा को तत्काल निलंबित कर दिया गया है. दोनों को रक्षित केन्द्र खैरागढ़ में संबद्ध करते हुए यह भी निर्देशित किया गया है कि वे वरिष्ठ अधिकारी की अनुमति के बिना मुख्यालय से बाहर नहीं जाएंगे.