गाजीपुर. सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास का नारा देने वाली भारतीय जनता पार्टी अपनों का ही विश्वास खोती नजर आ रही है. लाठीचार्ज में मारे गए भाजपा कार्याकर्ता के बड़े भाई की बातों से तो कम से कम ये जरुर साबित हो रहा है. बीते दिनों नोनहरा थाना के सामने प्रदर्शन कर रहे भाजपा नेताओं पर लाठीचार्ज के बाद राजेश राय ‘बागी’ के और सियाराम उपाध्याय की मौत हो गई थी. इस पर अब सियाराम के बड़े भाई के बयान ने प्रदेश की भाजपा सरकार की मंशा पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
सियाराम के बड़े भाई शशिकांत का कहना है कि सरकार कितना न्याय दिलाएगी समझ में आ गया है. वे प्रशासन से मिला 10 लाख रुपये वह वापस करने को राजी हैं, उन्हें किसी की हमदर्दी नहीं चाहिए. आज मेरे साथ हुआ है कल किसी और पर होगा. लोग आ रहे हैं, बस मामले को रफा-दफा करने के लिए.
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शशिकांत ने कहा कि सरकार ने अब तक क्या न्याय दिलाया और कितना दिलाएगी, यह तो समझ में आ गया है. मेरे पास न एफआईआर की कॉपी है और न ही मैं जानता हूं. किसने एफआईआर लिखा और कौन क्या किया. इसमें सब लोगों की मिली भगत है. बस लोग आ रहे हैं, इस मामले को रफादफा करने के चक्कर में. जब कहा जा रहा है कि छोटे भाई सियाराम की मौत हार्ट अटैक से हुई है तो पैसा किस बता का, क्या होगा पैसा. उन्होंने कहा कि यह सब मिलीभगत और साजिश है. किसी की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हूं.
गुरुवार सुबह हुई मौत
बता दें कि बीते मंगलवार को जनसमस्याओं की सुनवाई न होने के आरोप में भाजपा नेता और पूर्व छात्र नेता राजेश राय बागी, विपुल मिश्रा के साथ 24 भाजपा कार्यकर्ताओं ने नोनहरा थानाध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. सभी थाने के सामने गेट पर बैठकर धरना प्रदर्शन किया था. आरोप है कि उसी रात भाजपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. इसमें बीजेपी कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गए थे. जिसमें पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष राजेश राय ‘बागी’ के साथ बीजेपी कार्यकर्ता सियाराम उपाध्याय जो विकलांग थे, गुरुवार सुबह उनकी मौत हो गई.
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