India Stock Market: भारत के शेयर बाजार पर इस साल सबसे बड़ा संकट मंडरा रहा है. गोल्डमैन सैक्स की ताजा रिपोर्ट ने खुलासा किया है कि साल 2025 में भारतीय बाजार ने एशिया का सबसे खराब प्रदर्शन किया है. जहां MSCI एशिया पैसिफिक और उभरते बाजारों के इंडेक्स 21%–22% ऊपर हैं, वहीं भारत महज 1% की मामूली बढ़त दर्ज कर सका. यह पिछड़ापन बीते तीन दशकों की सबसे बड़ी अंडरपरफॉर्मेंस माना जा रहा है.
Also Read This: Sensex and Nifty Opening Bell: दबाव में बाजार, सेंसेक्स-निफ्टी में गिरावट, RailTel को 210 करोड़ का ऑर्डर; बैंकिंग और IT सेक्टर में तेजी

विदेशी निवेशकों की तगड़ी बिकवाली (India Stock Market)
भारतीय बाजार की कमजोरी के पीछे सबसे बड़ी वजह विदेशी निवेशकों (FPI) की भारी बिकवाली बताई जा रही है. सितंबर 2024 से अब तक विदेशी निवेशकों ने करीब 28 अरब डॉलर की सेलिंग की है. यह उभरते बाजारों में अब तक की सबसे बड़ी बिकवाली है. लगातार दबाव के चलते भारत चीन जैसे बाजारों से भी 65% पीछे हो गया है.
महंगे वैल्यूएशन पर फंसा बाजार
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत का शेयर बाजार अब भी महंगा है. वर्तमान में फॉरवर्ड P/E रेश्यो 22.5x पर है, जो 10 साल के औसत से कहीं ज्यादा है. हालांकि चीन के मुकाबले वैल्यूएशन प्रीमियम तीन साल के निचले स्तर यानी 70% पर आ चुका है, जिससे संकेत मिलता है कि गैप धीरे-धीरे कम हो रहा है.
Also Read This: यामाहा Yamaha XSR 155 भारत में जल्द होगी लॉन्च, जानिए फीचर्स और अनुमानित कीमत
क्या निवेशकों की वापसी होगी? (India Stock Market)
हालांकि घरेलू निवेशक लगातार सपोर्ट कर रहे हैं. अगस्त 2025 में 3.8 अरब डॉलर का डोमेस्टिक फ्लो बाजार में आया. SIP फ्लो थोड़ा धीमा जरूर पड़ा, लेकिन अब भी स्थिर बना हुआ है. साथ ही, GST रेट कट्स के कारण कंज्यूमर स्टेपल्स, ऑटो और ड्यूरेबल्स सेक्टर में अर्निंग्स सेंटीमेंट सुधरने की उम्मीद जताई जा रही है.
निफ्टी का आगे का रास्ता (India Stock Market)
गोल्डमैन सैक्स का मानना है कि यदि सरकार की नीतियां, खपत और ग्रोथ का आंकड़ा सपोर्ट करते रहे तो भारतीय बाजार फिर रफ्तार पकड़ सकता है. अगले 12 महीनों में निफ्टी 27,000 अंक तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन इसके लिए विदेशी निवेशकों की वापसी अहम होगी.
Also Read This: Kia लाया धमाकेदार फेस्टिव ऑफर, लोकप्रिय कारों पर 2.25 लाख तक की भारी बचत का मौका
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें