कुंदन कुमार/पटना। बिहार में पुलिस और दरोगा भर्ती को लेकर लंबे समय से इंतजार कर रहे युवाओं का गुस्सा सोमवार को सड़कों पर फूट पड़ा। पटना कॉलेज से तिरंगा यात्रा निकालते हुए जब अभ्यर्थी मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़े तो पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए जेपी गोलंबर, डाकबंगला चौक और कोतवाली थाना के पास बैरिकेडिंग की। जब प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेडिंग तोड़ी, तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। पटना कॉलेज से बड़ी संख्या में अभ्यर्थी तिरंगा यात्रा निकालते हुए मुख्यमंत्री आवास की ओर जा रहे थे। छात्रों ने आरोप लगाया कि वे शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन पुलिस ने जबरन उन्हें रोका और बैरिकेडिंग की। इसके विरोध में छात्र जेपी गोलंबर और फिर डाकबंगला चौराहे पर बैरिकेडिंग तोड़ते हुए आगे बढ़े।
कोतवाली थाने के पास पुलिस का लाठीचार्ज
कोतवाली थाना के पास जब प्रदर्शनकारियों की भीड़ पहुंची, तो पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज कर दिया। इस दौरान कई छात्रों को चोटें आईं। लाठीचार्ज के बाद छात्रों ने जमीन पर बैठकर नारेबाजी की और कहा जान से मार दीजिए लेकिन हम पीछे नहीं हटेंगे। यह हमारा हक है।
प्रदर्शनकारी को हिरासत में लिया
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे शिक्षक रोशन आनंद को पुलिस ने हिरासत में लेकर गाड़ी में बैठाया। इसके विरोध में छात्र गाड़ी के आगे बैठ गए और नारेबाजी करने लगे। मामला बढ़ता देख पुलिस को छोड़ना पड़ा।
दो साल से नहीं आई कोई वैकेंसी, भर्तियों में पारदर्शिता की मांग
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे रोशन आनंद ने बताया कि पिछले दो वर्षों से बिहार में दरोगा और सिपाही भर्ती की कोई वैकेंसी जारी नहीं की गई है। लाखों छात्र हर साल तैयारी करते हैं लेकिन सरकार चुप्पी साधे बैठी है। हमारी मांग है कि भर्ती प्रक्रिया पारदर्शी और समयबद्ध हो।
भर्ती नहीं निकली तो आचार संहिता के बाद सब खत्म हो जाएगा
एक छात्र नेता ने कहा कि हम लगातार वैकेंसी जारी करने की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार गंभीर नहीं है। अगले 10 दिनों में अगर आचार संहिता लग गई तो नई भर्तियों की कोई संभावना नहीं बचेगी। उन्होंने आगे कहा कि सिपाही भर्ती में भी पारदर्शिता नहीं होती। परीक्षा के बाद न तो प्रश्नपत्र मिलता है और न ही ओएमआर शीट की कॉपी या आंसर की। यह सरासर अन्याय है।
भविष्य के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं करेंगे
एक अन्य छात्र नेता ने कहा कि सरकार को पारदर्शिता से डर क्यों लगता है? क्या छात्रों को ये जानने का अधिकार नहीं है कि उन्हें कितने नंबर मिले और किन प्रश्नों के उत्तर गलत माने गए? हम पारदर्शी, निष्पक्ष और ईमानदार भर्ती प्रक्रिया की मांग कर रहे हैं, जो हमारा हक है।
महिलाएं हुई बेहोश
पटना में दरोगा भर्ती की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों पर कोतवाली चौराहे के पास पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। अभ्यर्थी आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे थे जिसे रोकने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया। लाठीचार्ज के चलते मौके पर भगदड़ मच गई। कई अभ्यर्थी घायल हो गए जबकि कुछ महिला अभ्यर्थी बेहोश हो गईं। सड़क पर जूते-चप्पल बिखर गए और अफरा-तफरी का माहौल बन गया। घायल छात्रों को मौके पर ही प्राथमिक उपचार दिया गया। अभ्यर्थियों का आरोप है कि वे शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे थे फिर भी पुलिस ने बर्बरता की।
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