हेमंत शर्मा, इंदौर। नवरात्रि का पर्व करीब है लेकिन इस बार गरबा पंडालों की रंगीनियों से पहले ही सियासत गरम हो गई है। गरबा पंडालों में भाईजान की एंट्री पर छिड़ा विवाद नेताओं को आमने-सामने खड़ा कर रहा है। कोई गैर-हिंदुओं को जनेऊ पहनने की नसीहत दे रहा है, तो कोई अम्मी-अब्बू और खालाओं के साथ पंडाल में पहुंचने की सलाह। इतना ही नहीं, आयोजकों को भी गैर-हिंदुओं की एंट्री रोकने की खुली चेतावनी दी जा रही है।
गरबा… नवरात्र का सबसे बड़ा आकर्षण। मां दुर्गा की उपासना का पर्व… लेकिन इस बार परंपरा पर सियासत का रंग चढ़ गया है। हिंदू संगठन गरबा में गैर-हिंदुओं की एंट्री का विरोध कर रहे हैं और बजरंग दल के अंदाज में जवाब देने की धमकी दे रहे हैं।
अगर आना ही है तो सनातन अपनाइए
पूर्व मंत्री उषा ठाकुर ने कहा- “ये सनातन का पर्व है… मूर्ति पूजा में विश्वास नहीं रखने वाले लोग हमारे त्योहारों में आते क्यों हैं? अगर आना ही है तो सनातन अपनाइए, जनेऊ धारण कीजिए। चार-पांच पीढ़ी ऊपर देखेंगे तो सबके पूर्वज सनातनी ही निकलेंगे।” इंदौर से लेकर भोपाल तक भाजपा नेताओं की जुबान गरबे पर गरज रही है। इंदौर के विधायक गोलू शुक्ला ने कहा-पंडाल में एंट्री से पहले आईडी चेक हो। वहीं सांसद आलोक शर्मा ने गैर-हिंदुओं पर बैन की मांग कर दी।
मामला और दिलचस्प तब हो गया जब कांग्रेस ने भी गरबा में गैर-हिंदुओं की एंट्री पर रोक लगाने की बात कह डाली। कांग्रेस के नीलाभ शुक्ला ने कहा- “जहां सौहार्द बिगड़ने का खतरा है, वहां रोक लगना ही चाहिए।”यानि मां की भक्ति के मंच पर सियासत का महागरबा शुरू हो चुका है। सवाल ये है कि गरबे के सुर और ताल के बीच नवरात्र की आस्था भारी पड़ेगी या फिर नेताओं की राजनीति?
नवरात्रि पर चलेगा घर वापसी अभियान
भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा- “गरबे में कोई भी आए, आपत्ति नहीं लेकिन जो बहन, मां, अब्बा-अम्मी को साथ लाएं, तिलक लगाएं, दुर्गा जी की आरती करें… वही स्वागत योग्य है। हम सनातन का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। जो लौटेंगे, गले लगाएंगे।” हम तो अब सनातन का प्रचार प्रसार तेजी से बढ़ा रहे हैं। गरबे में कोई भी आये आपत्ति नहीं है। जो लोग ईसाई, मुसलमान बन गए वापसी करते हैं तो कोई दिक्कत नहीं है। अकेला लड़के क्यों आ रहे हैं, बहन, मां, अब्बा-अब्बी को भी लेकर आएं। आये गंगा जल पिलवायेंगे, जय श्री राम, जय गुरुनानक के नारे लगाएंगे, दुर्गा जी की आरती करवाएंगे, तिलक लगाएंगे। कब तक दूर दूर रहेंगे, आ जाएं सभी लोग।
किसी भी आस्थावान को रोकना गलत
घर वापसी अभियान को लेकर कांग्रेस के पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा- गरबा देवी मां की आराधना है। जिसकी आस्था होती है वही आयोजनों में आता है। किसी भी आस्थावान को रोकना गलत है, जो वाकई में गलत कर रहा है उन पर तो कार्रवाई कर नहीं पाते है।
मुस्लिमों को नहीं जाना चाहिए
कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने कहा- गरबे में मुस्लिमों को नहीं जाना चाहिए। बीजेपी नेताओं की ऐसे मौके पर आदत हो गई है विवाद वाले बयान देने की। कोई मुस्लिम क्यों गरबे जाता है और जो जाता है हम उसके साथ नहीं है। मुस्लिम समाज का गरबे से क्या लेना देना, अच्छे त्योहार पर ऐसे विवादित बयान देकर मनमुटाव पैदा करते हैं।

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