रोहित कश्यप, मुंगेली। छत्तीसगढ़ के मुंगेली में कांग्रेस की ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ रैली में आई महिलाओं का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें पैसे देकर भीड़ लाने का आरोप लगाया था। इस मामले पर सियासत तेज हो गई है। डिप्टी सीएम अरुण साव ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि पैसे से भीड़ इकट्ठा कर कांग्रेस अब दूसरों पर आरोप मढ़ रही है। उन्होंने कांग्रेस पर संविधान और जनता दोनों का अपमान करने का आरोप लगाया है। भाजपा ने भी सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर लिखा है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को अपनी रैली के लिए लोग नहीं मिल रहे तो पैसे देकर रैली में भीड़ बुला रही।

कांग्रेस की ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ पदयात्रा को लेकर उठे विवाद अब और गहराता जा रहा है। रैली में शामिल कुछ महिलाओं के वायरल वीडियो के बाद अब बीजेपी ने इसे राजनीतिक नैतिकता से जुड़ा बड़ा मामला बताया है। डिप्टी सीएम अरुण साव ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि “इससे साफ होता है कि असली चोरी कौन कर रहा है। पैसे देकर भीड़ इकट्ठा करना और फिर वोट चोरी का झूठा आरोप लगाना यह जनता और जनमत का सीधा अपमान है। उन्होंने आगे कहा, कांग्रेस पहले भी संविधान और संवैधानिक संस्थाओं का अपमान करती रही है, अब वो जनमत का अपमान कर रही है। जनता इसे कभी नहीं भूलेगी। कांग्रेस बेनकाब हो चुकी है। यह बयान डिप्टी सीएम ने आदिवासी समाज की ओर से पथरिया में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत में कही।

क्या है वायरल वीडियो में?

वायरल वीडियो में कुछ महिलाएं खुले तौर पर स्वीकार कर रही है कि उन्हें कांग्रेस की रैली में शामिल होने के लिए पैसे का ऑफर दिया गया था। कुछ ने कैमरे पर नोट दिखाए, जबकि कुछ ने कहा कि वादा 200-300 रुपये का था, लेकिन उन्हें केवल 100 रुपये दिए गए। एक महिला ने कहा “धूप में आए हैं, घंटों खड़े रहे… बोल के बुलाया और अब पैसे भी ठीक से नहीं दिए।”

सोशल मीडिया पर BJP ने वीडियो पोस्ट कर कहा – शर्मनाक

बीजेपी ने इस मुद्दे को सोशल मीडिया पर भी उठाया है। भाजपा ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि “छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को अपनी रैली के लिए लोग नहीं मिल रहे तो पैसे देकर रैली में भीड़ बुला रही। शर्मनाक!” सोशल मीडिया में इस पोस्ट के साथ ही बीजेपी ने वायरल वीडियो क्लिप को भी साझा किया है, जिससे यह मामला और तूल पकड़ता जा रहा है।

कांग्रेस ने बताया है षड्यंत्र

वहीं कांग्रेस ने इन सभी आरोपों को बेबुनियाद और पूर्व-नियोजित षड्यंत्र बताया है। पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कल ही इस मामले को निराधार और षड्यंत्र करार दिया था। उन्होंने कहा था कि “जो भीड़ थी वह कार्यकर्ताओं और आम जनता की थी।100-200 रुपये की बात करके हजारों लोगों के जनसमर्थन को किराए की भीड़ बताना ये जनता का अपमान है। हजारों की संख्या में कांग्रेसियों ने शामिल होकर इस कार्यक्रम को सफल बनाया।