सोहराब आलम/मोतिहारी। ढाका विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक पवन जायसवाल ने भगवान चित्रगुप्त को लेकर अपने विवादित बयान पर सार्वजनिक रूप से माफी मांग ली है। विधायक के इस बयान के बाद लगातार विरोध-प्रदर्शन हो रहे थे। चित्रांश समाज सहित कई संगठनों ने उनके खिलाफ पुतला दहन और नारेबाज़ी करते हुए तीव्र विरोध जताया था। दरअसल, एक हालिया जनसभा को संबोधित करते हुए विधायक जायसवाल ने भगवान चित्रगुप्त को कमजोर भगवान कह दिया था। इस बयान को लेकर चित्रगुप्त समाज और कायस्थ समुदाय के लोगों में भारी आक्रोश फैल गया था। विरोध स्वरूप जगह-जगह प्रदर्शन हुए और विधायक के खिलाफ नाराज़गी जाहिर की गई।
बोलते समय मुझसे गलती हुई
विवाद के बढ़ते दबाव को देखते हुए विधायक पवन जायसवाल ने मोतिहारी में मीडिया के सामने आकर सफाई दी और अपनी बात स्पष्ट की। उन्होंने कहा मेरी मंशा किसी की भावना को ठेस पहुंचाने की नहीं थी। चित्रगुप्त भगवान कलम के पूज्य हैं। बोलते समय मुझसे अनजाने में गलती हुई, जिसके लिए मैं कायस्थ समाज और सभी श्रद्धालुओं से दो सौ बार माफी मांगता हूं।
विरोधी फैला रहे हैं भ्रम
विधायक ने यह भी दावा किया कि उनके बयान को राजनीतिक विरोधियों द्वारा तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र के लोग उन्हें अच्छी तरह जानते हैं और वे कभी किसी धर्म या समुदाय के खिलाफ कुछ नहीं कह सकते।
स्थिति पर प्रशासन की नजर
फिलहाल विधायक की इस माफी के बाद इलाके में हलचल कुछ शांत जरूर हुई है, लेकिन चित्रांश समाज के कई लोग अब भी नाराज़ हैं। प्रशासन हालात पर नज़र बनाए हुए है। यह देखना बाकी है कि विधायक की माफी के बाद विरोध थमता है या आंदोलन और तेज़ होता है।
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