देहरादून. उत्तराखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने गढ़वाल आईजी को हटाने की मांग की है. कांग्रेस कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में माहरा ने आईजी से इस्तीफे की मांग की है. इसके अलावा पीसीसी चीफ ने केदारनाथ रोपवे प्रोजेक्ट अदानी समूह को दिये जाने पर भी सरकार को घेरा. वहीं मसूरी जॉर्ज एवरेस्ट टेंडर विवाद को लेकर भी हल्ला बोला है.

इस संबंध में उत्तराखंड कांग्रेस ने एक पोस्ट भी साझा किया है. जिसें लिखा है कि ‘रुड़की का भाजपा पार्षद 50 करोड़ से अधिक की संपत्ति को अवैध तरीके से खुर्दबुर्द करता पाया गया है. इस पूरे घटनाक्रम में दो पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी भी हुई है, जिनका संबंध आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप के दफ़्तर से है. सबसे बड़ा सवाल यह है कि इन दोनों पुलिसकर्मियों को अल्मोड़ा से कौन लेकर आया और किसके इशारे पर इनकी तैनाती हुई?’

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करन माहरा ने आईजी से इस्तीफे की मांग करते हुए कहा, ‘यह स्पष्ट है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच आवश्यक है. जब तक जांच पूरी नहीं होती, आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए.’

अदानी समूह पर सरकार की विशेष कृपा

केदारनाथ रोपवे प्रोजेक्ट को लेकर करन माहरा ने कहा कि धामी सरकार अदानी समूह पर विशेष कृपा कर रही है. अदानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड को उत्तराखंड के सोनप्रयाग और केदारनाथ के बीच 13 किलोमीटर लंबे रोपवे प्रोजेक्ट के लिए 4081 करोड रुपये का ठेका दे दिया गया. इस कंपनी को रोपवे निर्माण का कोई भी अनुभव नहीं है. कांग्रेस ने ज्यादा हेली सेवाओं का भी विरोध किया है. उन्होंने कहा इससे उत्तराखंड के पर्यावरण को खासा नुकसान हो रहा है. उड़ानों की सीमा तय होनी चाहिए ताकि पर्यावरण को क्षति न पहुंचे.