रवि रायकवार, दतिया। मध्य प्रदेश के दतिया में भूतों को सरकारी योजना का लाभ दिया जा रहा है।ऐसा इसलिए क्योंकि, यहां भ्रष्टाचार की भूख ऐसी है कि पंचायत सचिव ने सारी हदें ही पार कर दी। उन्होंने एक मरे हुए शख्स के नाम संबल योजना का आवेदन कर दिया। इतना ही नहीं, कुछ हफ़्तों बाद उसे खुद ही सत्यापित भी कर दिया। जिसके बाद अब लोग यह कहने लगे हैं कि जिंदा रहो या मर जाओ, सरकारी लाभ तो सचिव की कलम से ही तय होगा।

मौत के बाद भरा सरकारी योजना का फॉर्म
दरअसल, यह अनोखा मामला ग्राम पंचायत चिरौली से सामने आया है। जहां कमलेश वंशकार का निधन 4 नवंबर 2024 को हो चुका था। लेकिन सचिव मनोज दांगी ने 7 नवंबर को उन्हीं के नाम से संबल योजना का आवेदन भर दिया और 23 दिसंबर को बाकायदा सत्यापन भी कर दिया।

ग्रामीण बोले- जिंदा सालों तक काटता है दफ्तरों के चक्कर
इस पूरे मामले को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा भी खुलकर सामने आया है। लोगों का कहना है कि जिंदा गरीब तो सालों से दफ्तरों के चक्कर काटते रहते हैं। लेकिन मरने के बाद सब कुछ आसान हो जाता है। ग्राम पंचायत के इस फर्जीवाड़े ने प्रशासन की नींद उड़ा दी है। ग्रामीणों ने कलेक्टर से तत्काल जांच और पंचायत सचिव मनोज दांगी पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।


कलेक्टर ने सचिव को किया सस्पेंड

कलेक्टर स्वप्निल वानखड़े ने कहा है कि सचिव को तत्काल निलंबित कर दिया गया है और जांच के आदेश दे दिए गए हैं। साथ ही, सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को साफ चेतावनी दी गई है कि अगर कोई भी इस तरह का घोटाला करता पाया गया तो उसके खिलाफ सबसे सख्त कार्रवाई होगी।
Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें