Sharadiya Navratri 2025 Maa Chandraghanta. आज शारदीय नवरात्र का तीसरा दिन है. आज मां भगवती के तीसरे स्वरूप, माता चंद्रघंटा की पूजा-अर्चना की जाएगी. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में भी मां चंद्रघंटा को समर्पित एक मंदिर है. जो मां क्षेमा माई के नाम से जाना जाता है. नवरात्र के समय इस मंदिर में भक्तों को भारी भीड़ उमड़ती है. ये शहर के चौक इलाके में स्थित एक अति प्राचीन मंदिर है. मान्यता है कि इस मंदिर में दर्शन मात्र से भक्तों के शारीरिक और मानसिक कष्ट दूर हो जाते हैं.
इस मंदिर में नवरात्र के हर दिन की मां के अलग-अलग स्वरूपों का विशेष श्रृंगार किया जाता है. मंदिर में हर दिन सुबह और शाम मां का नए वस्त्र, आभूषण और पुष्पों से श्रृंगार किया जाता है. इस मंदिर में बैंडबाजे के साथ माता के विभिन्न प्रतीकों के निशान भी चढ़ाने की परंपरा है.
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मान्यताओं के अनुसार माता चंद्रघंटा की उपासना से भक्तों को शांति और ध्यान की प्राप्ति होती है. उनकी आराधना करने से मन की शांति और आंतरिक संतुलन स्थापित होता है. इस प्रकार, माता चंद्रघंटा की पूजा केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक विकास का एक साधन है. भक्तजन इस अवसर पर शांति, समृद्धि और शक्ति की प्राप्ति के लिए माता चंद्रघंटा से प्रार्थना करते हैं.
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