नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स सम्मेलन में शामिल होने के लिए आज चीन रवाना हो गए. वे 5 दिवसीय यात्रा पर हैं और इस दौरान वे चीन के अलावा म्यांमार भी जाएंगे. बता दें कि ब्रिक्स में 5 देश शामिल हैं, जिसमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका हैं. इन देशों के बीच आर्थिक, सुरक्षा, डेवलपमेंट, आतंकवाद, सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने, अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा होगी. ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान ब्रिक्स कारोबारी परिषद के नेताओं की बैठक भी होगी. वहीं पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच अलग से भी मुलाकात हो सकती है. इस बार ब्रिक्स सम्मेलन का थीम ‘उज्जवल भविष्य के लिए मजबूत साझेदारी’ है.
बता दें कि ब्रिक्स सम्मेलन में इस बार 5 देशों को भी न्योता भेजा गया था. तो इस बार थाईलैंड, मेक्सिको, मिस्र, तजाकिस्तान और गिनी भी समिट में हिस्सा लेंगे. खास बात तो ये है कि ब्रिक्स सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चीन जाना ऐसे वक्त में हो रहा है, जब पिछले 2 महीनों से डोकलाम को लेकर भारत-चाइना आमने-सामने थे. हालांकि इसमें भारत की कूटनीति की विजय हुई और चीन को अपनी सीमा डोकलाम से वापस बुलानी पड़ी. आपको बता दें कि भारत डोकलाम में चीन द्वारा सड़क बनाने का विरोध कर रहा था. वैसे दोनों देशों ने अपनी-अपनी सेना वापस बुला ली और 72 दिनों से जारी गतिरोध दूर हो गया.
हालांकि पीएम मोदी ने ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान होने वाली बातचीत के सकारात्मक नतीजों को लेकर उम्मीद जताई. उन्होंने कहा ब्रिक्स में शामिल देशों को शांति, सुरक्षा और वैश्विक चुनौतियों के समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है.
ब्रिक्स सम्मेलन के बाद पांच सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी म्यांमार पहुंचेंगे और सात सितंबर को वे म्यांमार से वापस भारत लौट आएंगे.