नुसरत जहां (Nusrat Jahan) दुर्गा पूजा के जश्न में पूरी तरह से डूबी नजर आ रही हैं. लेकिन देवबंद उलेमा को नुसरत की यह दुर्गा पूजा पच नहीं पा रही है.
नई दिल्ली. एक्ट्रेस से तृणमूल कांग्रेस की सासंद बनीं नुसरत जहां (Nusrat Jahan) इन दिनों अपने पति निखिल जैन (Nikhil Jain) के साथ मां दुर्गा की उपासना में लीन हैं. नुसरत जहां (Nusrat Jahan) दुर्गा पूजा के इस जश्न में पूरी तरह से डूबी नजर आ रही हैं. लेकिन देवबंद उलेमा मुफ्ती असद कासमी नुसरत की यह दुर्गा पूजा हजम नहीं कर पा रहे हैं. जिसके चलते अब नुसरत के खिलाफ उलेमा ने अनाप-शनाप बयानबाजी शुरु कर दी है.
रविवार और सोमवार को दुर्गाष्टमी व नवमी के मौके नुसरत ने अपने पति के साथ मिलकर ढोल बजाया और जमकर थिरकीं थीं. दरअसल यह ढोल बजाना और नाचना भी दुर्गा पूजा का ही एक हिस्सा है. लेकिन अब उलेमा मुफ्ती असद कासमी ने इस नाचने को इस्लाम के अनुसार हराम करार दिया है.
#नुसरत_जहां के #दुर्गा #पूजा #उत्सव में सम्मिलित होने पर भड़के #मौलाना!
और कुछ #हिन्दू चूतिये पूजा पंडाल में #अजान बजा कर #गंगा_जमूनी_तेहजीब कायम करना चाहते हैं! @nusratchirps #DurgaPuja2019#NusratJahan pic.twitter.com/SLzWMG3qiv
— रजनी कांत सिंह (@rajnikantsinghr) October 7, 2019
नुसरत के ये दुर्गा पूजा वाले वीडियोज सोशल मीडिया पर तो काफी पसंद किए जा रहे हैं लेकिन देवबंद उलेमा मुफ्ती असद कासमी ने इन वीडियो के चलते नुसरत को धमकी और बिना मांगे ही सलाह दे डाली है. देवबंदी उलेमा मुफ्ती असद कासमी का कहना है कि अगर नुसरत जहां को गैर मजहबी काम करने हैं, तो वो अपना नाम बदल सकती हैं लेकिन मुसलमान और इस्लाम को बदनाम क्यों कर रही है.
दरअसल दुर्गाष्टमी के मौके पर नुसरत जहां माथे पर बिंदी, मांग में सिंदूर लगाकर अपने पति निखिल जैन के साथ कोलकाता के पंडाल में पहुंचीं थीं. इस दौरान ढोल पर जमकर थिरकीं.
इतना ही नहीं दुर्गा पूजा में TMC सांसद नुसरत जहां ने ड्रम भी बजाया. इस पर देवबंदी उलेमा ने नाराजगी जाहिर की है. वहीं कुछ दिन पहले नुसरत और TMC सांसद मीमी चक्रवर्ती का एक वीडियो सामने आया था. वीडियो में दोनों मां दुर्गा के भजन पर डांस करती नजर आई थीं.
याद दिला दें कि यह पहली बार नहीं जब नुसरत को इस्लामिक धर्म गुरुओं की नाराजगी झेलनी पड़ी है. इसके पहले भी जब वह मांग में सिंदूर लगाकर संसद पहुंची थी तो उनका विराध हुआ था. नुसरत ने इसका जवाब देते हुए कहा था कि वो अपने धर्म की इज्जत करती हैं और वो ताउम्र मुस्लिम रहेंगी.
नुसरत ने कहा कि वो इसी धर्म में पैदा हुई हैं और इसकी बहुत इज्जत भी करती हैं लेकिन उन्हें फतवा जैसी बातों से फर्क नहीं पड़ता और नुसरत ने इस और ध्यान देना भी बंद कर दिया है.