सीतापुर. हेड मास्टर बृजेंद्र वर्मा अपने खिलाफ दर्ज शिकायतों के बारे में बीएसए को स्पष्टीकरण देने उसके ऑफिस पहुंचा था. इसी दौरान दोनों के बीच कहासुनी हो गई और हेड मास्टर ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अखिलेश प्रताप सिंह पर 4 सेकेंड में 5 बार बेल्ट बरसा दिया था. अब इस मामले में नया मोड़ आया है. मामले को तूल पकड़ता देख प्रशासन ने विवादों में घिरी शिक्षिका को निलंबित कर दिया है. फिलहाल विभागीय जांच जारी है.

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बता दें कि हेडमास्टर ने अपने स्कूल की शिक्षिका अवंतिका गुप्ता को लापरवाही बरतने पर नोटिस जारी कर दिया था. साथ ही उसे कई राजनीतिक ग्रुपों में शेयर कर दिया. जिसका शिक्षिका ने विरोध किया और हेड मास्टर के खिलाफ शिकायत की. इसी शिकायत के संबंध में जवाब देने के लिए हेड मास्टर को ऑफिस बुलाया और दोबारा ऐसा काम न करने की चेतावनी दी. जिस पर हेड मास्टर ने गुस्से में पिटाई कर दी थी.

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हेडमास्टर की पत्नी ने शिक्षिका को बताया ‘रखैल’

हेडमास्टर बृजेंद्र वर्मा की पत्नी ने कहा, एक “रखैल शिक्षिका” का अटेंडेंस लगाने के लिए पति पर जबरन दबाव डाला जा रहा था. इस दौरान उन्हें परेशान करने के लिए 3 साल का स्कूल का ब्योरा मांगा गया. बात यहीं खत्म नहीं हुई, उसके बाद 10 साल का ब्योरा मांगा गया. उसके बाद पति को बीएसए कार्यालय बुलाकर परेशान किया गया. जहां मेरे पति ने गुस्से में बीएसए को सिर्फ डराया था, पिटाई तब मानती जब वह चलने लायक न रहते. ऐसे ही रखैलों के कारण देश में बड़े-बड़े युद्ध हो गए हैं और कई रियासतें मिट गई हैं. ऐसी शिक्षिकाओं के कारण ज्यादातर बीएसए प्रधानाध्यापकों को प्रताड़ित करते हैं. अब शिक्षक अपने सम्मान के लिए आवाज नहीं उठा रहे. उन्होंने स्कूल के उन छोटे बच्चों के प्रति दिल से हार्दिक आभार व्यक्त किया, जिन्होंने यह जानने के बाद कि उनके प्रधानाध्यापक को गिरफ्तार कर लिया है स्कूल में ताला लगा दिया और पढ़ाई का बहिष्कार कर दिया. यह किसी भी शिक्षक के जीवन का “नोबेल प्राइज” है.