नई दिल्ली. दिवाली से पहले बीएसएनएल और एमटीएनएल के करोड़ों उपभोक्ता और करीब 85 हजार कर्मचारियों के लिए बुरी खबर है. बुरी खबर इसलिए क्योंकि अब खबरें ये आ रही है कि केंद्र की मोदी सरकार बीएसएनएल के दफ्तरों में ताला लगाने की तैयारी कर रही है. वहीं 85 हजार कर्मचारियों को वीआरएस देने की भी तैयारी है. वहीं कुछ खबरें ये भी आ रही है कि रिवाइवल प्लान के तहत एमटीएनएल और बीएसएनएल के कर्मचारियों की संख्या घटाकर आधी की जाएगी.
इस बात से अवगत करा दें कि इसको लेकर गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में बनी ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स (जीओएम) के बीच सहमति बन गई है और जीओएम ने इस प्लान को हरी झंडी दे दी है. वहीं रिवाइवल प्लान के तहत सरकार एमटीएनएल और बीएसएनएल के कर्मचारियों की रिटायरमेंट की उम्र कम कर 58 साल करेगी. स्पेशल केस के तहत कर्मचारियों की रिटायरमेंट उम्र कम होगी. इन सब के बीच इस बात से भी अवगत करा दें कि सरकार एमटीएनएल और बीएसएनएल के 50 साल से ऊपर के करीब 85 हजार कर्मचारियों को वीआरएस स्कीम देगी. इससे दोनों कंपनियों में 85 हजार कर्मचारी ही बचेंगे. अभी दोनों में मिलाकर 1.80 लाख कर्मचारी हैं. वीआरएस पर सरकार 40 हजार करोड़ रुपये खर्च करेगी. सरकार अगले 8 साल के अंदर कर्मचारियों को रकम चुकाएगी.
वहीं रवीश कुमार की रिपोर्ट के मुताबिक अभी कुछ दिन पहले खबर आई थी कि दोनों (BSNL और MTNL) को फिर से पटरी पर लाने के लिए 74000 करोड़ के पैकेज को सरकार ने ख़ारिज कर दिया है. अब ख़बर आ रही है कि BSNL और MTNL बंद होगा. फ़ाइनेंशियल एक्सप्रेस के किरण राठी ने सूत्रों के हवाले से ख़बर की है. कुछ लोगों को दूसरी जगहों पर एडजस्ट किया जाएगा और बाकी को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति देकर चलता कर दिया जाएगा. सरकार के पास इन दो कंपनियों को बचाने के पैसे भी नहीं है. कश्मीर पर फैसले के बाद वह बंद करने का जोखिम आसानी से ले सकती है. जैसे कश्मीर पर ये लोग चुप रहे वैसे ही इन पौने दो लाख लोगों के मामले में बाकी चुप रहेंगे.
दोनों कंपनियों को 4 G नहीं देकर किस कंपनी को लाभ दिया गया इस पर बात करने से कोई फ़ायदा नहीं. उन्हें हर बात पर ही लाभ दिया जाता है और लोग इसे सहजता से लेते हैं. अनदेखा करते हैं. अब आप प्राब्लम में आए हैं तो इसका मतलब यह नहीं कि चुप रहने वाले लोग बोल उठेंगे. इन पौने दो लाख लोगों के जीवन में विपदा आने वाली है. ये लोग परेशान होंगे. नौकरी किसी की भी जाय होश उड़ जाते हैं.