मनेंद्र पटले, दुर्ग। दुर्ग समेत चार जिलों की जीवनदायिनी शिवनाथ नदी इस साल चौथी बार अपने रौद्र रूप में आ गई है. खतरे के निशान से ऊपर नदी के जलस्तर के बढ़ते ही आसपास 20 गांवों में जिला प्रशासन ने मुनादी कराकर ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के निर्देश दिए गए हैं.
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दरअसल, शिवनाथ नदी पर आए इस उफान का कारण भारी बारिश नहीं है. बल्कि अलग-अलग जलाशयों से 35000 क्यूसेक पानी छोड़ा जाना है. इसके अलावा बालोद के खरखरा, तांदुला जलाशय के वेस्ट वेयर से भी शिवनाथ नदी में 10 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिससे बरसाती सीजन में चौथी बार शिवनाथ नदी रौद्र रूप में आ गई है. महमरा कोटनी एनीकेट पर 10 फीट ऊपर पानी बह रहा है.

शिवनाथ नदी के किनारे बसे 20 से ज्यादा गांव में जिला प्रशासन में मुनादी भी कर दी है जिला प्रशासन ने नदी के तट पर बसे इलाको में रेड अलर्ट जारी किया है. तो वहीं एसडीआरएफ की टीम में लगातार इलाके में पेट्रोलिंग भी कर रही है.
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