मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि दिल्ली-NCR में रविवार से एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के असर की संभावना है। यह प्रणाली उत्तर-पश्चिमी भारत के अधिकांश हिस्सों को प्रभावित करेगी। IMD के अनुसार, रविवार को हल्की बारिश शुरू हो सकती है और इसके बाद अगले दो दिन तक भारी वर्षा और तेज हवाओं के साथ ओलावृष्टि होने की संभावना है। मौसम विभाग ने नागरिकों से सतर्क रहने और स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करने की सलाह दी है।
मौसम वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के प्रभाव के बाद दिल्ली-एनसीआर में तापमान में गिरावट शुरू हो सकती है। यह गिरावट अक्टूबर के दूसरे हफ्ते से अधिक स्पष्ट होगी और धीरे-धीरे सर्दी का मौसम शुरू होने की संभावना है। स्काईमेट के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने बताया, “पश्चिमी विक्षोभ के चले जाने के तुरंत बाद पहाड़ों से मैदानी इलाकों की ओर ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलेंगी, जिससे रात और सुबह के समय अधिक ठंडक महसूस होगी। इससे रात के तापमान में गिरावट देखी जाएगी।”
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पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) 7 अक्टूबर तक दिल्ली-एनसीआर को प्रभावित करेगा। विभाग ने पूर्वानुमान में कहा है कि इस दौरान दोनों दिन रुक-रुककर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। साथ ही तेज हवाओं की भी चेतावनी दी गई है, जिनकी गति 50 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है। मौसम विभाग ने लोगों को सावधानी बरतने और आवश्यक सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दी है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बताया है कि उत्तर-पश्चिम भारत में 4 से 8 अक्टूबर के बीच एक स्ट्रॉन्ग वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (Western Disturbance) आने की संभावना है। इसके चलते तेज बारिश, ओलावृष्टि, तेज हवाएं और ऊपरी पहाड़ों पर बर्फबारी हो सकती है। IMD ने बताया कि 8 अक्टूबर तक न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है, जबकि बारिश के दौरान अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। 9 अक्टूबर से पहाड़ों से चलने वाली ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाओं के प्रभाव से तापमान में और तेजी से गिरावट आने की संभावना है।
अक्टूबर में क्यों बरस रहे बादल?
दिल्ली-एनसीआर में हो रही बारिश मानसूनी नहीं बल्कि पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के कारण है। यह सिस्टम भूमध्यसागर (Mediterranean Sea) क्षेत्र से उठकर उत्तर भारत तक पहुंच रहा है और अक्टूबर एवं सर्दियों के महीनों में बादल, गरज और बारिश लाने का काम करता है। IMD के अनुसार, 3 अक्टूबर तक इसका असर जारी रहेगा। इस दौरान आसमान बादलों से घिरा रहेगा और हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। 4 अक्टूबर को मौसम अपेक्षाकृत सूखा रहने की संभावना है, लेकिन 5 से 7 अक्टूबर तक फिर बारिश की संभावना बढ़ जाएगी।
6 अक्टूबर को विशेष येलो अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें तेज हवाओं और बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है। विभाग ने नागरिकों को सतर्क रहने और आवश्यक सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दी है।
हवा और प्रदूषण पर असर
2 अक्टूबर को दिल्ली का अधिकतम तापमान 35.7 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आर्द्रता 93 प्रतिशत से 61 प्रतिशत के बीच रही। बारिश ने जहां शहर में त्योहारों की रौनक को थोड़ा प्रभावित किया, वहीं प्रदूषण स्तरों में राहत भी मिली। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (DPCC) के अनुसार, दिल्ली का एक्यूआई 123 दर्ज किया गया, जो ‘मॉडरेट’ श्रेणी में आता है।
मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि यह साफ हवा का दौर कुछ दिन और जारी रह सकता है। नागरिकों से सलाह दी गई है कि वे छाता साथ रखें और मौसम विभाग (IMD) की एडवाइजरी देखकर ही बाहर निकलें।
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