सूरत. शहर में एक बार फिर सरकारी दफ्तर में रिश्वतखोरी का मामला सामने आया है. अडाजण स्थित सब-रजिस्टार कार्यालय-4 में कार्यरत महेश परमार नामक कर्मचारी को एसीबी ने 2.50 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. आरोपी वर्ग-3 का कर्मचारी है, जिसे 80 हजार रुपए वेतन मिलता है और वह पिछले 27 सालों से सरकारी सेवा में कार्यरत है.

एसीबी के अनुसार, शिकायतकर्ता ने अडाजण क्षेत्र में खेती की जमीन खरीदी थी और सभी नियमों के अनुसार दस्तावेजों की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी कर ली थी. सभी शुल्क भी जमा कर दिए गए थे, फिर भी सब-रजिस्टार महेश रंजीतसिंह परमार ने दस्तावेजों पर कोई आपत्ति न लगाने और ऑर्डर पारित करने के बदले 3 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी. काफी मोलभाव के बाद राशि 2.50 लाख रुपए पर तय हुई, लेकिन शिकायतकर्ता रिश्वत नहीं देना चाहता था, इसलिए उसने एसीबी से संपर्क किया. एसीबी टीम ने जाल बिछाया और 4 अक्टूबर को जब शिकायतकर्ता रकम लेकर कार्यालय पहुंचा, तब महेश परमार ने ऑफिस में ही रिश्वत की रकम स्वीकार की, जिसके तुरंत बाद एसीबी ने उसे रंगे हाथ दबोच लिया. यह कार्रवाई एसीबी पुलिस इंस्पेक्टर आर. के. सोलंकी और उनकी टीम द्वारा की गई. आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी गई है. पआरोपी को 5 अक्टूबर को अदालत में पेश कर रिमांड की मांग की जाएगी.