Rajasthan News: प्रदेश के चर्चित युवा नेता नरेश मीणा ने एक बार फिर राजनीतिक हलचल तेज कर दी है। उन्होंने अंता विधानसभा उपचुनाव से ताल ठोकते हुए सीधे राहुल और प्रियंका गांधी से कांग्रेस टिकट की मांग की है। मीणा ने साफ कहा है कि अगर टिकट नहीं मिला तो वे निर्दलीय मैदान में उतरेंगे और 14 अक्टूबर को नामांकन दाखिल करेंगे।

टिकट की मांग सीधे राहुल गांधी से

इस बार नरेश मीणा ने न प्रदेश नेतृत्व से संपर्क किया, न अपने पुराने राजनीतिक सहयोगी सचिन पायलट से। उन्होंने सीधे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को एक्स पोस्ट के जरिए पत्र लिखा, जिसमें अपनी राजनीतिक यात्रा और मेहनत का ब्यौरा दिया।
मीणा ने लिखा कि उनके परिवार का कांग्रेस से जुड़ाव पुराना है पिता 2000 में बारां में ब्लॉक अध्यक्ष रहे, जबकि उन्होंने खुद 2002 में राजस्थान विश्वविद्यालय में NSUI के टिकट पर छात्रसंघ महासचिव का चुनाव जीतकर रिकॉर्ड बनाया था।

नरेश मीणा ने एक्स पोस्ट पर लिखा

  • मेरे पिताजी सन 2000 में बारां में कांग्रेस पार्टी के ब्लॉक अध्यक्ष रहें।
  • मैंने सन 2002 में राजस्थान विश्वविद्यालय में NSUI के टिकट पर छात्रसंघ महासचिव का चुनाव लड़कर ऐतिहासिक विजय हासिल की।
  • मैंने 2023 में छबड़ा विधानसभा के लिए कांग्रेस पार्टी से टिकट मांगा, टिकट नहीं मिलने पर मैं निर्दलीय चुनाव लड़कर 45,000 वोट लेकर आया।
  • 2024 में दौसा लोकसभा सीट से कांग्रेस पार्टी से टिकट मांगा लेकिन नहीं मिला।
  • विधानसभा उप चुनाव 2024 में कांग्रेस पार्टी से देवली उनियारा विधानसभा के लिए टिकिट मांगा, मुझे टिकट नहीं देकर एक ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया जो BJP से तैयारी कर रहा था, मुझे टिकट नहीं मिलने पर मैं निर्दलीय चुनाव लड़कर 60,000 वोट लेकर दूसरे स्थान पर रहा और कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार कि जमानत जब्त हुई।

मीणा ने आरोप लगाया कि हर बार कांग्रेस ऐसे व्यक्ति को टिकट देती है जिसके वर्ग के वोट विधानसभा में मुश्किल से 1% हैं, और नाम लेकर प्रमोद जैन भाया को निशाने पर लिया। उन्होंने राहुल गांधी से अपील की कि इस बार उन्हें मौका दिया जाए।

प्रमोद जैन भाया का रिकॉर्ड

अंता सीट से कांग्रेस नेता प्रमोद जैन भाया पिछले पांच चुनावों से मैदान में उतरते रहे हैं। 2018 में उन्हें जीत मिली थी, लेकिन 2013 और 2023 के चुनावों में करारी हार झेलनी पड़ी।

निर्दलीय उतरने के संकेत

अगर कांग्रेस नरेश मीणा को टिकट नहीं देती, तो उनके निर्दलीय चुनाव लड़ने की पूरी संभावना है। पिछले चुनावों में उन्होंने अकेले दम पर मजबूत प्रदर्शन किया था, जिससे इस बार भी कांग्रेस को बड़ा नुकसान हो सकता है।

पढ़ें ये खबरें