पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कार्यवाहक प्रधानमंत्री की तरह बर्ताव कर रहे हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चेतावनी दी कि वे उन पर ज्यादा भरोसा न करें। ममता ने यह बयान दार्जलिंग के बागडोगरा और मिरिक में बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे के बाद कोलकाता लौटने पर दिया। उन्होंने शाह की तुलना मीर जाफर से की।
ममता ने केंद्र पर बाढ़ राहत के लिए फंड न देने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा चुनावों के लिए तो पैसा जुटा लेती है, लेकिन आपदा राहत के लिए नहीं। उत्तरी बंगाल में पिछले एक सप्ताह से लगातार बारिश और भूस्खलन से अब तक 32 लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग लापता हैं।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बंगाल में विशेष गहन पुनरीक्षण करवाने को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना कर रही थीं। ममता ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, “ये सरकार देश को खत्म कर देगी। मैंने कई सरकारें देखी हैं लेकिन ऐसी अहंकारी और तानाशाह सरकार कभी नहीं देखी। उन्हें याद रखना चाहिए कि आज ये सत्ता में हैं, कल नहीं भी रह सकते हैं। उनके पार्टी के नेता ने कहा है कि बंगाल में 8 लाख वोटर का नाम काट देंगे। आप खुद बताइए बंगाल में अभी बारिश, बाढ़, त्योहार सब कुछ हैं। ऐसे में वे 15 दिन के अंदर SIR करवाने की बात कर रहे हैं।” इसमें बीजेपी का भी कमीशन होगा।” ममता बनर्जी ने आगे अमित शाह पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “ये सब अमित शाह का खेल है।
कौन था मीर जाफर
मीर जाफर मुगल जनरल था, जिसे भारतीय इतिहास में विश्वासघात का प्रतीक माना जाता है। 1757 की प्लासी की लड़ाई में उसने अंग्रेजों से मिलकर बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला से गद्दारी की थी। मीर जाफर ने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के साथ गुप्त समझौता किया, जिससे सिराजुद्दौला की हार हुई और अंग्रेजों की भारत में सत्ता की नींव पड़ी। बाद में अंग्रेजों ने मीर जाफर को बंगाल का नवाब बना दिया था।
ममता की 3 बड़ी बाते-
- PM मोदी के मिरिक पुल हादसे पर दिए बयानों पर पलटवार करते हुए कहा, “बंगाल गुजरात नहीं है। 2022 में गुजरात के मोरबी में पुल गिरने से 130 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी।”
- राज्य सरकार ने राहत कार्य तेज कर दिए हैं। अब तक 500 राहत किट वितरित किए जा चुके हैं, जिसमें कंबल, चावल, दाल, सूखा राशन और दूध शामिल हैं। करीब 1,000 फंसे पर्यटकों को 45 बसों से सुरक्षित निकाला गया है।
- मिरिक में अस्थायी पुल 15 दिनों में बन जाएगा और नया पुल अगले मानसून से पहले तैयार हो जाएगा। वे अगले हफ्ते फिर से बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगी ताकि राहत कार्यों की खुद निगरानी कर सकें।
Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक