मुजफ्फरपुर। विदेशी नौकरी का सपना दिखा कर लगभग 300 लोगों से करीब 3 करोड़ रुपये की ठगी किए जाने का मामला सामने आया है। आरोप है कि फर्जी कंपनी के 5 लोग मिलकर इस घोर अपराध में सम्मिलित थे। हर पीड़ित से न्यूनतम 90,000 रुपये लिए गए वहीं कई लोगों ने उससे अधिक राशि जमा करवाई। पीड़ितों के अनुसार इम्पीरियल इंटरप्राइजेज नामक कंपनी ने सोशल मीडिया पर विज्ञापन प्रकाशित किया था जिसमें दावा किया गया कि वे वेस्ट अफ्रीका के ‘स्काई ग्रिड’ संस्थान में नौकरी दिलवाते हैं। विज्ञापन में यह भी कहा गया कि कंपनी आवागमन, वीजा, टिकट एवं रहने-खाने की सभी जिम्मेदारी उठाएगी।
प्रतिनिधियों ने बताया कि कंपनी पिछले कई वर्षों से विदेश रोजगार दिलाती आ रही है, सैकड़ों लोगों को नौकरी दिलाई जा चुकी है। इन सुनहरे वादों के भरोसे युवक-युवतियों ने भरोसा किया और बड़ी रकम जमा कर दी।
आधी कीमत देने वालों का फर्जी पासपोर्ट कर लिया था जब्त
कुछ लोगों ने कंपनी को आधी राशि ही दी तो उनका पासपोर्ट जब्त कर लिया गया। वहीं जिन लोगों ने पूरी रकम दी, उन्हें वीजा और एयर टिकट दिए जाने का झांसा मिला। तय तिथि पर वे दिल्ली या मुंबई एयरपोर्ट पहुंचें वहीं टिकट और वीजा फर्जी निकले। तब जाकर सबको अपनी ठगी का एहसास हुआ।
एयरपोर्ट पर लोगों को मिला झटका
8 अक्टूबर को जब पीड़ित एयरपोर्ट पहुंचे। टिकट व वीजा के दस्तावेज नकली पाये गये। अधिकारियों ने उन्हें आगे यात्रा करने से रोक दिया। इस तरह से सारी योजनाएं धरा की धरा रह गईं। पीड़ितों को महसूस हुआ कि वे एक बड़े जाल में फंस चुके हैं।जब पीड़ितों ने गुरुवार को कंपनी के आवासीय कार्यालय (पुरानी मोतिहारी रोड, अहियापुर थाना क्षेत्र) पहुंचकर सत्यता की जांच की तो कार्यालय पर ताला लटका मिला। कंपनी के नाम पर संचालित लोग फरार हो चुके थे। कुछ देर बाद, तकरीबन 25 लोगों ने मिलकर एफआईआर दर्ज कराई। स्थानीय अहीयापुर थाने में मामला दर्ज हुआ है।
पुलिस ने अभी तक के जांच में बताया कि संगठित ठगी गिरोह हो सकता है, जिसका नेटवर्क मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, शिवहर और उत्तर प्रदेश के जिलों तक फैला है।अहीयापुर थाना व साइबर सेल टीम मिलकर कंपनी के बैंक खातों, ऑनलाइन भुगतान, मोबाइल ट्रांजैक्शन और विज्ञापन माध्यम की छानबीन कर रही हैं। साथ ही कार्यालय की संपत्ति और किराए की डिटेल्स भी जब्त की गई हैं।
पुलिस ने मुख्य आईओ (इंस्पेक्टर) प्रमोद प्रसाद को मामला सौंपा है। टीम ने निरीक्षण किया एवं सबूत जुटाए। शहर एसपी और नगर डीएसपी स्तर की टीम भी इस गंभीर प्रकरण की निगरानी कर रही है।