Jyoti Singh Meets Prashant Kishore: भोजपुरी सिनेमा के पावर स्टार पवन सिंह और उनकी पत्नी ज्योति सिंह इन दिनों अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर काफी सुर्खियों में बने हुए हैं। इस दौरान दोनों की ओर से एक-दूसरे पर कई गंभीर आरोप भी लगाए गए। वहीं, इन सबके बीच आज शुक्रवार (10 अक्टूबर) को ज्योति सिंह पटना में जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर से मुलाकात करने पहुंची, जिसके बाद यह चर्चा शुरू हो गई क्या ज्योति सिंह जन सुराज के टिकट पर चुनाव लड़ने वाली हैं? क्या वह पीके के पास टिकट मांगने पहुंची थी।

‘किसी और महिला के साथ ऐसा न हो’

हालांकि मीडिया से बातचीत में ज्योति सिंह और प्रशांत किशोर दोनों ने ही टिकट मांगने और चुनाव लड़ने की अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया। ज्योति सिंह ने साफ शब्दों में कहा कि, उनकी मुलाकात का मकसद चुनावी टिकट नहीं था।

उन्होंने कहा कि, यहां आने का मेरा उद्देश्य सिर्फ इतना है कि जो मेरे साथ हुआ, वैसा किसी और महिला के साथ न हो। आज की तारीख में मेरे पास कुछ नहीं बचा है, लेकिन मैं चाहती हूं कि महिलाओं के साथ हो रहे अन्याय और घटनाएं बंद हों। हालांकि, जब उनसे आरा से चुनाव लड़ने के सवाल पर पूछा गया तो उन्होंने बिना कुछ कहे चुपचाप वहां से निकल गई।

कोई अपना घर बर्बाद करेगा क्या?

वहीं, प्रशांत किशोर ने भी यह स्पष्ट किया कि ज्योति सिंह से चुनाव या टिकट को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि, क्या कोई टिकट के लिए अपना घर बर्बाद करेगा? ये कोई बात है? आपके घर की महिला आपकी बेटी-बहन टिकट के लिए झगड़ा करने लगेगी?

‘चुनाव लड़ना ज्योति का निजी निर्णय’

पीके ने आगे कहा कि, ज्योति सिंह का मसला चुनाव के समय शुरू नहीं हुआ है, बल्कि यह पिछले दो-तीन साल का है। अगर ज्योति सिंह ने चुनाव लड़ने का मन बना लिया है, तो यह उनका निजी निर्णय है, न कि जन सुराज का।

उन्होंने बताया कि, वह खड़े होकर टिकट नहीं बांटते हैं, इसकी एक प्रक्रिया है। पीके ने कहा- बिहार की कोई महिला आ सकती है, जिसको लगता है मेरे से मदद मिल सकती है। किसी भी महिला-पुरुष को लगता है कि हमारे पास आने से अपनी बात रखने से मदद मिल सकती है तो हम सुनने के लिए बैठे हैं।

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