दुर्ग। एसएसपी विजय अग्रवाल ने एक बार फिर सख्त कदम उठाते हुए पुलिस विभाग में अनुशासन का संदेश दिया है. उन्होंने यातायात विभाग में पदस्थ आरक्षक अर्जुन दुबे को ओवरलोड वाहनों से अवैध वसूली के आरोप में सेवा से बर्खास्त कर दिया है.


सूत्रों के अनुसार, दुर्ग के सुपेला सब्जी मंडी क्षेत्र में आरक्षक अर्जुन दुबे द्वारा ट्रक और छोटे मालवाहक वाहनों से अवैध रूप से ₹200 से ₹2000 तक वसूली की जा रही थी. इस मामले की शिकायत पहले भी व्यापारियों ने यातायात प्रभारी एएसपी ऋचा मिश्रा को दी थी. जांच में आरोप सही पाए जाने पर एसएसपी ने दुबे को बर्खास्त करने का आदेश जारी किया.
विभागीय जांच के दौरान यह भी सामने आया कि दुबे ने ट्रांसपोर्टर दुर्गेश सिन्हा से ₹5600 की राशि अपने बैंक ऑफ महाराष्ट्र खाते में ली थी. जांच अधिकारी एएसपी (ग्रामीण) अभिषेक झा ने बैंक ट्रांजेक्शन और अन्य दस्तावेजी साक्ष्यों के आधार पर आरोपों को प्रमाणित किया.
एसएसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि विभागीय प्रक्रिया के दौरान आरक्षक को अपना पक्ष रखने का मौका दिया गया, लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया. इससे पहले भी उसे कर्तव्य में लापरवाही के कारण वेतनवृद्धि रोकने का दंड दिया जा चुका था. अंततः पुलिस रेग्यूलेशन पैरा 221 (क) के तहत उसकी सेवा समाप्त कर दी गई.
इसी बीच, एक अन्य कार्रवाई में स्मृति नगर चौकी में पदस्थ एएसआई प्रमोद सिंह और आरक्षक रवि ठाकुर को फरियादियों से दुर्व्यवहार करने के आरोप में लाइन अटैच किया गया है. दोनों के खिलाफ शिकायतें सीधे एसएसपी तक पहुंची थीं. जांच में आरोप सही पाए जाने पर उन्हें रक्षित केंद्र में पदस्थ किया गया है.
एसएसपी अग्रवाल ने स्पष्ट संदेश दिया है कि पुलिस विभाग की छवि धूमिल करने वालों और ड्यूटी में लापरवाही बरतने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा.
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