कुंदन कुमार/ पटना। बिहार की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। एनडीए गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर भारी असंतोष सामने आ रहा है। खासकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी, जनता दल यूनाइटेड (JDU) इस बार बीजेपी से बराबर की सीटें मिलने से खासा नाराज बताई जा रही है। सूत्रों की मानें तो नीतीश कुमार इस मुद्दे को लेकर गंभीर हैं और अंतिम समय में कोई बड़ा राजनीतिक निर्णय भी ले सकते हैं। बिहार में JDU लंबे समय से खुद को ‘बड़े भाई’ की भूमिका में देखती आई है, लेकिन इस बार भारतीय जनता पार्टी ने सीट बंटवारे में समान भागीदारी देकर नीतीश कुमार की नाराजगी मोल ले ली है। यह स्थिति एनडीए के भविष्य को संकट में डाल सकती है। JDU के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में यह संकेत भी दिए हैं कि यदि सम्मानजनक समझौता नहीं हुआ तो पार्टी गठबंधन की समीक्षा कर सकती है। इसी बीच एक और बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम सामने आया है केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का आज पटना दौरा। बताया जा रहा है कि शाह का यह दौरा पूर्व निर्धारित नहीं था और यह बैठक नीतीश कुमार को मनाने के उद्देश्य से हो सकती है। यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि अमित शाह सीधे नीतीश कुमार से मुलाकात कर उन्हें गठबंधन में बने रहने के लिए राजी करने की कोशिश करेंगे, लेकिन इस सारे घटनाक्रम के बीच सबसे चौंकाने वाली चर्चा यह है कि नीतीश कुमार एक बार फिर पाला बदल सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि JDU और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बीच बैकडोर बातचीत चल रही है और स्थिति अनुकूल रही तो नीतीश एक बार फिर महागठबंधन में लौट सकते हैं। गौरतलब है कि इससे पहले भी नीतीश कुमार ने कई बार राजनीतिक पाला बदला है और हर बार उन्होंने राज्य की राजनीति में अहम भूमिका निभाई है।

चौंकाने वाले फैसले लेने के लिए जाने जाते नीतीश

राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो नीतीश कुमार ऐसे नेता हैं जो अंतिम समय में चौंकाने वाले फैसले लेने के लिए जाने जाते हैं। उनकी अगुवाई में JDU ने पहले राजद के साथ गठबंधन किया, फिर एनडीए में लौटे और अब एक बार फिर पुरानी राह पर जाने की अटकलें तेज हो गई हैं। इस सारे घटनाक्रम से बिहार की राजनीति में अस्थिरता और अटकलों का दौर शुरू हो गया है।

‘यू टर्न’ लेकर राजनीति को नई दिशा देंगे नीतीश?

अब देखना यह होगा कि अमित शाह का पटना दौरा एनडीए में दरार को भरने में सफल होता है या नीतीश कुमार एक और ‘यू टर्न’ लेकर बिहार की राजनीति को नई दिशा देते हैं। फिलहाल सियासी गलियारों में हलचल तेज है, और सबकी निगाहें नीतीश कुमार के अगले कदम पर टिकी हैं।