सुशील सलाम/ गौरव जैन, कांकेर/गौरेला-पेंड्रा-मरवाही. छत्तीसगढ़ के कांकेर और गौरेला-पेंड्रा मरवाही जिले में पुलिस ने गौ तस्करों पर शिकंजा कसा है. मवेशियों की तस्करी के दो अलग-अलग मामलों में संलिप्त 9 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं. आरोपियों के कब्जे से कुल 22 बैलों को छुड़ाया गया है. जिन्हें तस्कर बूचड़खाने लेकर जाने की तैयारी में थे. 

पिकअप वाहन में भरकर 9 बैलों को ले जाया जा रहा था बूचड़खाने

पहला मामला कांकेर जिले के चारामा का है. जहां पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक पिकअप वाहन से 9 बैलों को बरामद किया है, जिन्हें आंध्र प्रदेश के बूचड़खाने ले जाया जा रहा था. वाहन में मवेशियों को बगैर चारा-पानी के निर्दयता पूर्वक भरकर ले जाया जा रहा था. बताया गया कि नगर पार्षद उत्तम साहू ने हाईवे पर संदिग्ध पिकअप देखकर पीछा किया और वाहन को रोककर पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने वाहन जब्त कर चार लोगों को दबोचा. गिरफ्तार आरोपियों में मनराखन नेताम, सियाराम कोर्राम, गेंदालाल मंडावी और यादराम साहू है. आरोपियों के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम की धारा 11(1)(घ) एवं छत्तीसगढ़ पशु परिरक्षण अधिनियम की धारा 6 और 10 के तहत मामला दर्ज किया है. 

रंगे हाथों पकड़ाए गौ तस्कर

दूसरा मामला गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही से सामने आया है. यहां अंतर्राज्यीय अवैध पशु तस्करी करते रंगे हाथ तस्कर पकड़ाए हैं. ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर मरवाही और कोटमी चौकी पुलिस की टीम पहुंची. इसके बाद अखराडांड जंगल में मवेशी बंधे हुए बरामद किए गए. पूछताछ में  खरीदी-बिक्री से संबंधित दस्तवेज नहीं प्रस्तुत कर पाने पर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया.

पूरा मामला मरवाही थाना क्षेत्र के नाका बहरीझोरकी का है. कार्रवाई के दौरान यह बात भी पता चली कि कई बार जंगल से पिकअप में भरकर पशु तस्करी हुई है. गिरफ्तार आरोपियों में अशोक राठौर खालबहरा, जयप्रकाश जैतहरी, लवकुश सजेन पीरी मछुआ,जगेश्वर नायक प्रेमनगर, छोटू उर्फ गुलाब शंकर शामिल है, जिनसे पुलिस पूछताछ कर रही है.