पटना। जिले के पीरबहोर थाना क्षेत्र में बीते साल अक्टूबर में हुई होटल कारोबारी शकील अहमद मल्लिक की हत्या के मामले में फरार चल रहे दो इनामी अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों के सिर पर 25,000-25,000 का इनाम घोषित था और वे एक साल से अधिक समय से पुलिस को चकमा देकर भाग रहे थे। पुलिस के अनुसार पकड़े गए बदमाशों में एक का नाम इम्तियाज उर्फ बिक्की और दूसरे का नाम सोनू है। इन दोनों ने ही हत्या में इस्तेमाल की गई पिस्टलें डी.डी. गैंग से ली थीं। बताया जा रहा है कि शकील की हत्या में कुल 6 लोगों की संलिप्तता सामने आई थी, जिनमें से तीन आरोपी डीडी, मोहम्मद सोनू और मनीष पगला पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं और फिलहाल जेल में हैं।

हत्या से पहले मांगी गई थी 20 लाख की रंगदारी

शकील अहमद मल्लिक कुतुबुद्दीन लेन में घर का निर्माण करवा रहे थे। इसी दौरान इलाके में सक्रिय कुख्यात अपराधी डीडी ने उनसे 20 लाख रुपये की रंगदारी की मांग की थी। शकील के परिवार ने दबाव में आकर 10 लाख रुपये चुका दिए, लेकिन डीडी बाकी रकम पर अड़ा रहा।जब शकील ने शेष पैसे देने से इनकार कर दिया, तो डीडी और उसके गुर्गों ने मिलकर हत्या की साजिश रची। 20 अक्टूबर 2024 को शकील को दिनदहाड़े कुतुबुद्दीन लेन में ही गोली मार दी गई। गोली लगने के बाद वह काफी देर तक सड़क पर पड़ी बाइक पर ही तड़पते रहे, लेकिन कोई मदद नहीं पहुंची।

पीरबहोर-कदमकुआं में डीडी का था खौफ

डीडी पर पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या, हत्या की कोशिश, रंगदारी और आर्म्स एक्ट के तहत मामले शामिल हैं। पीरबहोर और कदमकुआं जैसे घनी आबादी वाले इलाकों में डीडी का नाम ही दहशत फैलाने के लिए काफी था। कुछ महीने पहले बेऊर जेल में बंद डीडी ने एक पदाधिकारी से फोन पर बात कर रंगदारी में घर के नीचे दुकान देने की मांग की थी। उस मामले में भी अब केस दर्ज हो चुका है। दिलचस्प बात यह है कि उसने यह कॉल अपने भतीजे के नंबर से की थी ताकि खुद को बचा सके।

पुलिस की कार्रवाई से इलाके में राहत

दो बड़े इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद स्थानीय लोगों में राहत की सांस देखी जा रही है। पुलिस ने बताया है कि जल्द ही बाकी फरार आरोपियों की भी गिरफ्तारी होगी और मामले को कोर्ट में मजबूत तरीके से प्रस्तुत किया जाएगा।