पटना। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) ने अपने चुनावी अभियान को और धार देते हुए उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी है। इस सूची में 48 नए चेहरों को टिकट दिया गया है। इससे पहले 6 अक्टूबर को पार्टी ने 11 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की थी। इस प्रकार अब तक कुल 59 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की जा चुकी है।
पार्टी की ओर से स्पष्ट किया गया है कि उसका चुनावी एजेंडा पारंपरिक राजनीति से अलग हटकर ईमानदारी, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे बुनियादी मुद्दों पर केंद्रित रहेगा।

साफ-सुथरी छवि और जनसेवा प्राथमिकता में

प्रदेश प्रभारी अजेश यादव ने बताया कि उम्मीदवारों का चयन पूरी पारदर्शिता के साथ किया गया है। प्रत्याशियों को उनकी सामाजिक सक्रियता, जनसमर्थन और बेदाग छवि के आधार पर चुना गया है। उन्होंने कहा हम बिहार में वही बदलाव लाना चाहते हैं जो दिल्ली में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में किया गया। इस बार बिहार बदलेगा, और जनता जाति-धर्म से ऊपर उठकर विकास की राजनीति को अपनाएगी।

चुनाव नहीं, बदलाव की लड़ाई

AAP के बिहार प्रदेश अध्यक्ष राकेश यादव ने कहा कि पार्टी के उम्मीदवार किसी पार्टी ऑफिस से नहीं, बल्कि जनता के बीच से निकले असली जनसेवक हैं। उन्होंने कहा हम भ्रष्टाचारमुक्त और पारदर्शी शासन देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारा नारा है बदलाव की ओर बिहार। उन्होंने बताया कि पार्टी का मुख्य फोकस शिक्षा व्यवस्था में सुधार, सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करना, युवाओं को रोजगार के अवसर दिलाना और स्थानीय स्तर पर व्याप्त भ्रष्टाचार को समाप्त करना है।

राजनीति में आम लोगों की भागीदारी जरूरी

AAP के बिहार सह प्रभारी अभिनव राय ने इस चुनाव को सिर्फ एक राजनीतिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि एक व्यापक जनआंदोलन बताया। उन्होंने कहा हम चाहते हैं कि राजनीति में आम लोग आएं, जो जनता के दुख-दर्द को समझते हों। हमारा संदेश साफ है बिहार बदलेगा, अब आम आदमी चलेगा। विकास की राजनीति तभी संभव है जब ईमानदारी और जवाबदेही को प्राथमिकता दी जाए।