विकास कुमार/सहरसा। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सहरसा जिले में नामांकन प्रक्रिया जोर पकड़ चुकी है। जिले के चारों विधानसभा क्षेत्रों से अब तक कुल 26 प्रत्याशियों ने एनआर रसीद कटाई है, लेकिन अब भी महागठबंधन की ओर से किसी उम्मीदवार की घोषणा नहीं होने से कार्यकर्ताओं में मायूसी और मतदाताओं में भी उदासीनता का माहौल देखा जा रहा है।
17 अक्टूबर है नामांकन की आखिरी तारीख
निर्वाचन आयोग के तय कार्यक्रम के अनुसार नामांकन की अंतिम तिथि 17 अक्टूबर रखी गई है। राजनीतिक दलों के बीच सीटों के बंटवारे और प्रत्याशी चयन की सुस्ती के चलते अब तक कई प्रमुख सीटों पर सस्पेंस बना हुआ है।
चार विधानसभा क्षेत्रों से अब तक इतनी रसीदें कटीं
सहरसा जिले के सोनबरसा (सुरक्षित) सीट से 2 सिमरी बख्तियारपुर से 4 महिषी से 12 और सहरसा विधानसभा क्षेत्र से 8 उम्मीदवारों ने एनआर रसीद कटाई है।इन आंकड़ों से साफ है कि महिषी और सहरसा सीट पर चुनावी मुकाबला पहले से ही दिलचस्प मोड़ ले रहा है।
निर्दलीय उम्मीदवारों ने दिखाया दमखम
गुरुवार को महिषी विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी राजा कुमार और सहरसा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार रमेश साह ने अपना नामांकन दाखिल किया। नामांकन के बाद दोनों उम्मीदवारों का समर्थकों ने फूल-मालाओं और नारों के साथ जोरदार स्वागत किया। इस दौरान माहौल पूरी तरह चुनावी रंग में रंगा नजर आया।
जनसमस्याओं को बनाया मुद्दा
राजा कुमार और रमेश साह दोनों ने कहा कि वे जनता की बुनियादी समस्याओं बिजली, स्वास्थ्य, सड़क, बेरोजगारी, पलायन और शिक्षा — को लेकर जनता के बीच जाएंगे।दोनों ने दावा किया कि वे किसी पार्टी के समर्थन पर नहीं, बल्कि जनता के आशीर्वाद से मैदान में उतरे हैं और विकास को अपना प्रमुख मुद्दा बनाएंगे।
महागठबंधन की चुप्पी से कार्यकर्ताओं में बेचैनी
इधर, महागठबंधन के प्रत्याशी के नाम को लेकर अभी तक सस्पेंस बना हुआ है। सूत्रों के अनुसार, सीट बंटवारे और स्थानीय समीकरणों को लेकर चर्चाएं जारी हैं।कार्यकर्ताओं में जहां इंतजार की घड़ी लंबी होती जा रही है, वहीं मतदाताओं में भी यह सवाल उठने लगा है कि आखिर महागठबंधन किस चेहरे पर भरोसा करेगा।अंतिम दौर में तेज होगी चुनावी सरगर्मीजैसे-जैसे नामांकन की अंतिम तिथि नजदीक आ रही है, सहरसा में चुनावी माहौल तेज होता दिख रहा है। आने वाले दिनों में जिले की सियासत में और भी कई चौंकाने वाले नाम सामने आने की संभावना जताई जा रही है।
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