आज धनतेरस के अवसर पर भारत समेत दुनिया भर में मौजूद भारतीय हिन्दू खरीदारी में जुटे हुए हैं. इस ख़ुशी के मौके पर भारत में खुशियों की लहर है. आज के दिन सोना-चांदी से लेकर कीमती धातुएं को खरीदना शुभ माना जाता है. हालांकि, इस शुभ अवसर पर ट्रंप ने जहां अपने निर्माताओं को एक बड़ी राहत दी है वहीं दूसरी तरफ आयातकों को बड़ा झटका दिया है. ट्रंप प्रशासन ने औपचारिक रूप से आयातित मध्यम और भारी ट्रकों और पुर्जों पर 25% टैरिफ लगाया, साथ ही बसों पर 10% शुल्क लगाया, जबकि अमेरिकी वाहन निर्माताओं के लिए टैरिफ में महत्वपूर्ण राहत दी.
ट्रंप ने क्या दिया आदेश?
ट्रंप के आदेश के अनुसार अमेरिकी वाहन निर्माता 2030 तक अमेरिका में असेंबल किए गए वाहनों के लिए सुझाए गए खुदरा मूल्य का 3.75% क्रेडिट प्राप्त कर सकते हैं. यह क्रेडिट आयातित पुर्जों पर टैरिफ की लागत को कम करने में मदद करेगा. इसी तरह अमेरिकी इंजन निर्माण और अमेरिकी मध्यम और भारी ट्रक उत्पादन के लिए भी 3.75% क्रेडिट बढ़ाया गया है.
नए टैरिफ में क्या-क्या शामिल?
नए टैरिफ में श्रेणी 3 से श्रेणी 8 तक के सभी ट्रक शामिल हैं. इनमें बड़े पिक-अप ट्रक, मूविंग ट्रक, कार्गो ट्रक, डंप ट्रक और 18-पहिया ट्रैक्टर शामिल हैं. ट्रंप ने कहा कि यह कदम अमेरिकी निर्माता कंपनियों को अनुचित विदेशी प्रतिस्पर्धा से बचाने के लिए उठाया गया है. इस फैसले से पैकर के स्वामित्व वाली पीटरबिल्ट और केनवर्थ- डेमलर ट्रक के स्वामित्व वाली फ्रेटलाइनर जैसी कंपनियों को फायदा होगा.
अमेरिकी चैंबर ऑफ कॉमर्स ने ट्रंप से की ये अपील
अमेरिकी चैंबर ऑफ कॉमर्स ने पहले ट्रंप से अपील की थी कि ट्रकों पर नए टैरिफ न लगाए जाएं. उनका कहना था कि आयात के शीर्ष पांच स्रोत मेक्सिको, कनाडा, जापान, जर्मनी और फिनलैंड अमेरिका के सहयोगी या नजदीकी साझेदार हैं और अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा नहीं हैं.
यह आदेश जीएम, फोर्ड, टोयोटा, स्टेलंटिस, होंडा, टेस्ला और अन्य वाहन निर्माताओं को पहले से लगाए गए आयातित ऑटो पार्ट्स शुल्क से वित्तीय राहत भी देता है. वाणिज्य विभाग ने जून में कहा था कि उसने आयातित ऑटोमोबाइल पार्ट्स पर शुल्क कम करने के लिए अप्रैल 2026 तक पात्र अमेरिकी असेंबल्ड वाहनों के मूल्य का 3.75% ऑफसेट देने की योजना बनाई है. इसके बाद दूसरे वर्ष यह 2.5% होगा.
सस्ते होंगे ऑटो पार्ट्स
फोर्ड के सीईओ जिम फार्ले ने कहा कि ट्रंप के आदेश से अमेरिकी उत्पादन के लिए ऑटो पार्ट्स सस्ते हो जाएंगे और बड़े ट्रकों पर नए आयात शुल्क आयात के साथ प्रतिस्पर्धा को समान स्तर पर लाने में मदद करेंगे. मई में, ट्रंप ने सालाना 460 अरब डॉलर से ज़्यादा मूल्य के वाहनों और ऑटो पार्ट्स के आयात पर 25% ऑटो टैरिफ लगाया था, लेकिन उसके बाद से उन्होंने जापान, यूनाइटेड किंगडम और यूरोपीय संघ सहित कुछ देशों पर इन टैरिफ को कम करने के समझौते किए हैं.
ट्रंप के आदेश के तहत, वाहन निर्माता 2030 तक अमेरिका में असेंबल किए गए वाहनों के लिए सुझाए गए खुदरा मूल्य के 3.75% के बराबर क्रेडिट के पात्र होंगे, ताकि पुर्जों पर आयात शुल्क की भरपाई की जा सके. वह अमेरिकी इंजन उत्पादन और अमेरिकी मध्यम एवं भारी ट्रक उत्पादन के लिए 3.75% क्रेडिट भी बढ़ा रहे हैं. अधिकारियों ने शुक्रवार को संवाददाताओं को बताया कि अमेरिका-कनाडा-मेक्सिको व्यापार समझौते के तहत राहत के योग्य ट्रक आयात शुल्कों से मुक्त होंगे, लेकिन बसों पर नहीं.
रिपब्लिकन सीनेटर बर्नी मोरेनो ने क्या कहा?
रिपब्लिकन सीनेटर बर्नी मोरेनो ने कहा कि संशोधित क्रेडिट इसे पांच वर्षों तक बढ़ाता है, पूरे वर्ष 3.75% पर बनाए रखता है और इसे अधिक पुर्जों तक बढ़ाता है. इससे यह वाहन निर्माता कंपनियों के लिए अधिक मूल्यवान हो जाता है और कंपनियों को उत्पादन अमेरिका में स्थानांतरित करने के लिए अधिक प्रोत्साहन मिलता है.
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