कुमार उत्तम/ मुजफ्फरपुर। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। चुनावी तैयारियों की समीक्षा के लिए रविवार को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त 15 प्रेक्षक जिले में पहुंचे और समाहरणालय सभागार में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के साथ बैठक की। बैठक में सभी निर्वाची पदाधिकारी, कोषांगों के नोडल अधिकारी और वरीय पदाधिकारी मौजूद थे। प्रेक्षकों ने विधानसभावार चुनावी तैयारियों की जानकारी ली और अधिकारियों के काम से संतोष जताया। उन्होंने इसे लोकतंत्र का महापर्व बताते हुए सभी अधिकारियों से फ्री एंड फेयर चुनाव कराने की अपील की। साथ ही निर्देश दिया कि आयोग के सभी दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन हो और हर अधिकारी अपने दायित्वों को समयबद्ध, पारदर्शी और जवाबदेह तरीके से निभाए।
जिलाधिकारी ने दी तैयारियों की पूरी जानकारी
बैठक में जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने पीपीटी के माध्यम से जिले में चुनावी तैयारियों का पूरा ब्यौरा दिया। उन्होंने बताया कि जिले में कुल 33,06,987 मतदाता हैं, जिनमें 17,50,348 पुरुष, 15,56,552 महिलाएं और 87 ट्रांसजेंडर हैं। इसके अलावा 26,059 दिव्यांग मतदाता, 58,648 युवा (18-19 आयु वर्ग), 11,582 वरिष्ठ (85+ आयु वर्ग) और 4,872 सेवा मतदाता हैं।
4186 मतदान केंद्र, सभी सुविधाओं के साथ
जिले में कुल 4186 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 563 शहरी और 3623 ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। सभी केंद्रों पर पेयजल, बिजली, शौचालय और रैंप जैसी मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित कर दी गई हैं।
सुरक्षा और लॉजिस्टिक्स भी मजबूत
निर्वाचन कार्य के लिए 441 सेक्टर पदाधिकारी तैनात किए गए हैं, जिन्हें पहले ही प्रशिक्षित किया जा चुका है। इसके अलावा 33,765 मतदान कर्मी, 11 AEO, 33 FST, 33 SST, 22 VST और 11 VVT टीमें भी चुनाव में लगी हैं। जिले में 33 चेकपोस्ट पर वाहनों की सघन जांच की जा रही है। कुल 3946 वाहनों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए सभी की व्यवस्था पूरी कर ली गई है।
68 कंपनियां अर्द्धसैनिक बल की तैनाती
सुरक्षा के लिहाज से अब तक 68 कंपनियां अर्द्धसैनिक बल जिले में पहुंच चुकी हैं। ये बल एरिया डोमिनेशन, फ्लैग मार्च और संवेदनशील क्षेत्रों में गश्ती जैसे काम में लगे हैं। जिला प्रशासन की ओर से अब तक 557.92 लाख रुपये मूल्य की जब्ती की गई है। इसमें 101.64 लाख की शराब, 125 लाख के ड्रग्स, 172.90 लाख के कीमती धातु और 158.36 लाख के मुफ्त सामान (फ्रीबीज) शामिल हैं। ये कार्रवाई शून्य-सहनशीलता की नीति के तहत की जा रही है।
अनुमति प्रक्रिया में पारदर्शिता
चुनाव से संबंधित सभी प्रकार की अनुमतियों जैसे जनसभा, जुलूस, प्रचार वाहन आदि के लिए सिंगल विंडो सिस्टम लागू किया गया है ताकि प्रक्रिया तेज और पारदर्शी हो।
मतदाता जागरूकता के लिए अभियान तेज
SVEEP कार्यक्रम के तहत जिले में व्यापक स्तर पर मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसमें आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका, जीविका दीदी, स्कूली बच्चे और स्वयंसेवी संगठन भाग ले रहे हैं। रंगोली प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक, प्रभात फेरी और हस्ताक्षर अभियान जैसे कार्यक्रमों से आम लोगों को मतदान के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम का निरीक्षण
बैठक के बाद सभी प्रेक्षक समाहरणालय भवन में बने इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम पहुंचे और सी-विजिल, एमसीएमसी सेल व कंट्रोल रूम की गतिविधियों का जायजा लिया। उन्होंने वहां कार्यरत कर्मियों से फीडबैक लिया और काम की सराहना की।
ये रहे प्रेक्षक
जिले में 11 सामान्य, 3 व्यय और 1 पुलिस प्रेक्षक की नियुक्ति हुई है। गायघाट से साहेबगंज तक सभी विधानसभा क्षेत्रों के लिए अलग-अलग सामान्य प्रेक्षक तैनात किए गए हैं। बैठक में व्यय प्रेक्षक ललित कुमार बिश्नोई, मो. अल्ताफ हुसैन और राजीव रतन सिंह तथा पुलिस प्रेक्षक श सुशांत कुमार सक्सेना मौजूद रहे।
अधिकारियों की मौजूदगी
बैठक में जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के साथ वरीय पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार, नगर आयुक्त विक्रम वीरकर, नगर पुलिस अधीक्षक कोटा किरण सहित सभी निर्वाची पदाधिकारी व नोडल अधिकारी शामिल रहे। प्रेक्षकों ने अंत में चुनाव तैयारियों की सराहना करते हुए जिला प्रशासन को आगामी विधानसभा चुनाव को सफल, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए शुभकामनाएं दीं।
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