फतेहाबाद (आगरा). दिवाली से पहले उत्तर प्रदेश के आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर उस वक्त अजीबोगरीब स्थिति बन गई जब फतेहाबाद टोल प्लाजा के कर्मचारियों ने बोनस न मिलने से नाराज होकर टोल गेट खोल दिए. देखते ही देखते हजारों वाहन बिना टोल चुकाए ही निकल गए. घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद मामला शांत कराया गया.

दिवाली बोनस को लेकर था विवाद

मामला सोमवार सुबह का है, जब फतेहाबाद टोल प्लाजा पर ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों ने अचानक टोल वसूली बंद कर दी और सभी बैरियर खोल दिए. कर्मचारियों का आरोप था कि उन्हें दिवाली बोनस नहीं दिया गया, जबकि हर साल त्योहार से पहले कंपनी की ओर से बोनस दिया जाता रहा है. इस बार कंपनी ने न तो कोई सूचना दी और न ही बोनस की रकम कर्मचारियों को दी गई.

हज़ारों वाहन निकले बिना टोल दिए

गेट खुलते ही बड़ी संख्या में वाहन बिना टोल चुकाए ही हाईवे पार करने लगे. कुछ ही देर में स्थिति बेकाबू हो गई और लंबा जाम लगने की आशंका के बीच पुलिस को सूचित किया गया. करीब दो घंटे तक टोल पर कोई शुल्क नहीं लिया गया, जिससे टोल कंपनी को लाखों रुपये का नुकसान होने का अनुमान है.

पुलिस और अधिकारियों ने संभाली स्थिति

घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे. पुलिस ने कर्मचारियों को समझाया और कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों से वार्ता कराई. काफी बातचीत के बाद कंपनी प्रबंधन ने बोनस मुद्दे पर विचार करने का आश्वासन दिया, तब जाकर कर्मचारी शांत हुए और दोपहर बाद से टोल वसूली फिर से शुरू हुई.

कंपनी ने जांच के दिए संकेत

फतेहाबाद टोल प्लाजा का संचालन करने वाली कंपनी की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक, कंपनी इस पूरे घटनाक्रम की जांच कराने की तैयारी में है, साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि गेट खोलने के जिम्मेदार कर्मचारियों पर कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए या नहीं.

एसीपी फतेहाबाद अमरदीप लाल ने बताया कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का टोल संचालन एक कंपनी कर रही है. कंपनी को मार्च 2025 से टोल प्लाजा का ठेका मिला है. फतेहाबाद टोल पर कंपनी के 21 कर्मचारी हैं. कर्मियो ने कम बोनस देने का आरोप लगाकर विरोध जताना शुरू कर दिया. कंपनी और कर्मचारियों के बीच फिर से बात हुई. इसमें कर्मियों को सैलरी बढ़ाने का आश्वासन मिला. इसके बाद वे काम पर लौटे.