कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक शातिर ठग विष्णु शंकर गुप्ता ने खुद को जज बताकर कई युवतियों से ठगी की वारदातों को अंजाम दिया। पुलिस गिरफ्त में आने के बाद उसने जो कबूलनामा दिया, वो न सिर्फ चौंकाने वाला है, बल्कि समाज के प्रति उसकी सोच को भी उजागर करता है। गैंग से जुड़े और लोग भी पकडे गए।

स्पेशल 26 देखकर आईडिया आया

पुलिस हिरासत में आरोपी ने बताया कि मैं ग्रेजुएशन के बाद बेरोजगार था। ‘स्पेशल-26’ और ‘ब्लफ मास्टर’ जैसी फिल्मों से फ्रॉड का आइडिया आया। आरोपी ने आगे बताया कि जज बनना इसलिए चुना क्योंकि लोग डरते हैं, पुलिस भी कार्रवाई से बचती है। मैं सिर्फ लड़कियों को निशाना बनाता था, क्योंकि मुझे लगता था कि उन्हें सिर्फ पावर और पैसा चाहिए। मैं कभी सार्वजनिक जगहों पर फोटो या वीडियो नहीं खिंचवाता था, ताकि पकड़ा न जाऊं।

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फर्जी छवि का खेल

विष्णु ने हर बार फोटो लेने की कोशिश करने वालों को डांटकर चुप कराया। कहता था कि मैं जज हूं, मेरी छवि अलग है। पुलिस ने जब उसे गिरफ्तार किया, तो उसके पास से नकली दस्तावेज, जज की वेशभूषा और कई युवतियों की जानकारी मिली। अब उस पर धोखाधड़ी, पहचान छुपाकर ठगी और महिलाओं को निशाना बनाने के गंभीर आरोप हैं।