India Export Growth After US Tariff Hike: कुछ साल पहले तक भारतीय निर्यातकों के लिए हालात आसान नहीं थे. जब अमेरिका ने भारत से आने वाले कई उत्पादों पर आयात शुल्क (टैरिफ) बढ़ा दिया, तो एक्सपोर्ट सेक्टर में हड़कंप मच गया था. अमेरिका भारत का सबसे बड़ा खरीदार रहा है, खासकर कपड़ा, हीरा-जवाहरात और समुद्री उत्पादों के मामले में. डर यही था कि कहीं इस फैसले से लाखों लोगों की रोज़ी-रोटी पर असर न पड़ जाए.
लेकिन भारत ने इस मुश्किल को मौके में बदल दिया. वाणिज्य मंत्रालय के ताज़ा आंकड़ों से साफ है कि भारतीय कारोबारियों ने अमेरिकी बाजार पर निर्भरता घटाते हुए कई नए देशों में अपनी मजबूत पकड़ बना ली है. यानी अमेरिका ने दरवाजे बंद किए, तो भारत ने दुनिया के दूसरे दरवाजे खोल लिए.
Also Read This: GF के साथ सरकारी आवास में अंतरंग पल बिता रहे थे CO साहब, पत्नी ने आकर जड़ दिया ताला… देखें VIDEO

अमेरिका ने ‘ना’ कहा, बाकी दुनिया ने ‘हां’ कहा
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत अब अपने सामान को बेचने के लिए सिर्फ अमेरिका पर निर्भर नहीं है. यूएई, वियतनाम, बेल्जियम, थाईलैंड और सऊदी अरब जैसे देशों में भारतीय उत्पादों की मांग तेज़ी से बढ़ रही है. जनवरी से सितंबर 2025 तक भारतीय निर्यात में इन देशों का योगदान उल्लेखनीय रहा है.
इस बदलाव का सबसे बड़ा फायदा यह हुआ कि भारत का व्यापार अब किसी एक देश की नीतियों या राजनीतिक फैसलों का बंधक नहीं है. अब हमारे निर्यातक अलग-अलग देशों में सामान भेज रहे हैं, जिससे व्यापारिक जोखिम भी कम हुआ है और विदेशी मुद्रा भंडार भी मजबूत हुआ है.
Also Read This: Trump 2.0: डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में भारतवंशियों के खिलाफ हेट क्राइम 91% बढ़ा, मंदिरों पर भी हमले बढ़े, H-1B वीजा पर धमकियां भी मिल रहीं
समुद्री उत्पादों की दुनिया में भारत का दबदबा (India Export Growth After US Tariff Hike)
भारत के समुद्री उत्पादों की मांग पूरी दुनिया में तेजी से बढ़ रही है. इस साल जनवरी से सितंबर के बीच हमारे सी-फूड एक्सपोर्ट में पिछले साल की तुलना में 15.6% की वृद्धि दर्ज की गई है. भारत ने इस अवधि में कुल 4.83 अरब डॉलर के समुद्री उत्पाद निर्यात किए.
अमेरिका अभी भी इस क्षेत्र में हमारा सबसे बड़ा ग्राहक है, लेकिन असली कहानी नए बाजारों की है. वियतनाम को हमारे सी-फूड एक्सपोर्ट में 100.4% यानी दोगुनी वृद्धि हुई है. बेल्जियम ने भारत से 73% और थाईलैंड ने 54.4% ज्यादा सी-फूड खरीदा है.
इसके अलावा चीन में हमारा निर्यात 9.8% बढ़ा है, मलेशिया में 64.2% और जापान में 10.9%. इससे साफ है कि भारतीय झींगे, मछलियां और अन्य समुद्री उत्पाद अब एशिया और यूरोप के देशों की थालियों में अपनी खास जगह बना चुके हैं.
Also Read This: शेयर बाजार में बड़ा उछाल: रिलायंस बनी टॉप गेनर, SBI-एयरटेल को भी भारी फायदा
भारतीय कपड़ों का जलवा, पेरू से पोलैंड तक (India Export Growth After US Tariff Hike)
कपड़ा उद्योग भारत का सबसे बड़ा रोज़गार देने वाला सेक्टर है. जब अमेरिका ने टैरिफ बढ़ाया, तो माना जा रहा था कि यह क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित होगा. लेकिन भारतीय निर्यातकों ने यहां भी नया रास्ता खोज लिया. जनवरी से सितंबर 2025 के बीच भारत के टेक्सटाइल एक्सपोर्ट में 1.23% की वृद्धि हुई है, जो 28.05 अरब डॉलर तक पहुंच गया है.
यह बढ़ोतरी भले छोटी लगे, लेकिन वैश्विक मंदी और प्रतिस्पर्धा के दौर में यह एक बड़ी उपलब्धि है. अब भारतीय कपड़े सिर्फ अमेरिका या यूरोप ही नहीं, बल्कि पेरू, नाइजीरिया और मिस्र जैसे देशों में भी खूब बिक रहे हैं.
यूएई अब भारतीय कपड़ों का एक बड़ा केंद्र बन गया है. वहां हमारा निर्यात 8.6% बढ़कर 136.5 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया है. यही यूएई हमारे उत्पादों को पश्चिम एशिया और अफ्रीका तक पहुंचाने का रास्ता बन रहा है.
यूरोप में भी भारतीय टेक्सटाइल की चमक बढ़ रही है नीदरलैंड में 11.8%, पोलैंड में 24.1%, स्पेन में 9.1% और मिस्र में 24.5% की वृद्धि दर्ज की गई है. यह इस बात का सबूत है कि भारतीय फैब्रिक और डिजाइन का आकर्षण अब सीमाओं से परे जा चुका है.
Also Read This: Berkshire Hathaway का बड़ा धमाका: बफे का युग खत्म, एबेल का दौर शुरू
भारत का मास्टरस्ट्रोक: विविध बाजार, मजबूत अर्थव्यवस्था
भारत ने यह साबित कर दिया है कि अगर रणनीति सही हो, तो मुश्किलें भी अवसर में बदली जा सकती हैं. अमेरिका जैसे बड़े बाजार पर निर्भर रहने के बजाय भारत ने अब विविध देशों में अपना एक्सपोर्ट फैलाकर एक सुरक्षित और स्थायी व्यापारिक मॉडल तैयार किया है.
आज भारत के उत्पाद एशिया से लेकर यूरोप और अफ्रीका तक हर जगह अपनी पहचान बना रहे हैं. और यही दिखाता है कि भारत अब ‘ग्लोबल सप्लायर’ की नई भूमिका में मजबूती से आगे बढ़ रहा है.
Also Read This: चीनी ड्रैगन ने बदली चाल: Rare Earth पर ढील, टैरिफ पर ठहराव, ट्रंप-जिनपिंग के बीच आखिर क्या हुआ सौदा?
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
 - लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
 

