देहरादून. आज वो ऐतिहासिक तारीख है जिस दिन आज से 150 वर्ष पहले देश में नए गीत का उदय हुआ था. ये वो गीत था जो स्वतंत्रता का नाद बन गया. ये वो गीत था जिसने देशवासियों में देशभक्ति की अद्भुत ज्वाला प्रज्ज्वलित की थी. यह गीत है बंकिमचन्द्र चटोपाध्याय के उपन्यास ‘आनंदमठ’ का एक हिस्सा- ‘वंदे मातरम्’. आज इस गीत की रचना के 150 वर्ष हो गए हैं, जिसे लेकर सीएम धामी ने पोस्ट किया है.

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सीएम धामी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, आज वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण होने के ऐतिहासिक और भावनात्मक अवसर पर आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रगीत के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हुए स्मारक सिक्का एवं डाक टिकट जारी किया.

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यह केवल आयोजन मात्र नहीं, बल्कि समस्त देशवासियों की ओर से मां भारती को अर्पित भावपूर्ण नमन है और उस अदम्य भावना का प्रतीक भी जिसने हम सभी को एक सूत्र में जोड़कर राष्ट्रभक्ति की अमर ज्योति को प्रज्ज्वलित रखा है. राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’ वह अलौकिक रचना है जो माँ भारती के चरणों में अटूट श्रद्धा और राष्ट्रभक्ति की भावनाओं को समर्पित करती है.