पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच गोपालगंज में दलितों की पिटाई का मामला गरमाता जा रहा है। इस मुद्दे पर अब हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के संस्थापक और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि राजद (RJD) का दलित विरोधी चेहरा एक बार फिर उजागर हुआ है यह कोई नया मामला नहीं है बल्कि उनका नेचर ही ऐसा है।

मांझी बोले – RJD का दलित विरोध कोई नई बात नहीं

गोपालगंज की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए मांझी ने कहा बिहार में हालात ऐसे हैं कि अब लोगों को डराकर और धमकाकर दबाने की कोशिश हो रही है। RJD का यह पुराना तरीका है। उन्होंने आगे कहा कि जब वे मुख्यमंत्री थे तब लालू यादव ने 35 विधायकों के साथ राज्यपाल को ज्ञापन देकर उन्हें हटाने की साजिश रची थी। मांझी ने कहा कि दलितों की पार्टी होने का दावा करने वाली RJD वास्तव में दलित समाज की सबसे बड़ी दुश्मन है।

कानून अपना काम करेगा

घटना पर सख्त रुख दिखाते हुए जीतन राम मांझी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कानून के राज में विश्वास रखते हैं।
उन्होंने कहा नीतीश कुमार न किसी को बचाते हैं न किसी को फंसाते हैं। कानून अपना काम करेगा और दोषियों पर कार्रवाई होगी।मांझी ने जनता से अपील की कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सरकार पर भरोसा रखें।

राहुल गांधी पर भी साधा निशाना

केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हालिया बयान पर भी पलटवार किया। राहुल ने एनडीए पर वोट चोरी के आरोप लगाए थे। इस पर मांझी ने कहा यह कोई पहली बार नहीं है। राहुल गांधी हर बार चुनाव हारने पर इसी तरह का बहाना बनाते हैं। उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी ने पहले भी प्रधानमंत्री की माता और बिहार के पर्व छठ महापर्व पर अपमानजनक बातें कही थीं। मांझी बोले अब जब जनता ने उन्हें नकार दिया है तो वे वोट चोरी की कहानी गढ़ रहे हैं।

हार स्वीकार करें – मांझी

मांझी ने कहा कि एनडीए सरकार विकास और सुशासन की राजनीति पर विश्वास करती है जबकि विपक्ष केवल नकारात्मक राजनीति कर रहा है। उन्होंने कहा वोट चोरी नहीं हुई है बल्कि हार स्वीकार नहीं की जा रही है। जनता सच जानती है और बिहार के लोग अब विकास चाह रहे हैं न कि विवाद।