वीरेंद्र कुमार/ नालंदा। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों से पहले राज्य की सियासत पूरी तरह गर्मा गई है। नालंदा जिले के राष्ट्रीय जनता दल (राजद) जिला कार्यालय में INDIA महागठबंधन के सातों विधानसभा प्रत्याशियों की संयुक्त प्रेस वार्ता आयोजित की गई। इस दौरान प्रत्याशियों ने निर्वाचन आयोग और जिला प्रशासन पर मतगणना के दौरान निष्पक्षता बनाए रखने की अपील की और मतगणना में किसी भी तरह की गड़बड़ी की स्थिति में राज्यव्यापी आंदोलन की चेतावनी दी।

जनता को गुमराह किया जा रहा

इस्लामपुर विधानसभा के महागठबंधन प्रत्याशी राकेश रौशन ने केंद्र और राज्य सरकार पर एग्जिट पोल के जरिए जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कुछ पेड मीडिया चैनल एनडीए के पक्ष में झूठे एग्जिट पोल दिखा रहे हैं ताकि जनता के बीच भ्रम फैलाया जा सके और प्रशासनिक दबाव बनाया जा सके। रौशन ने कहा पहले और दूसरे चरण के मतदान ने साफ कर दिया है कि बिहार की जनता बदलाव चाहती है। तेजस्वी यादव के नेतृत्व में सरकार बनना तय है। लेकिन बीजेपी और उनके सहयोगी एग्जिट पोल के जरिये माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।

अब पुरानी स्क्रिप्ट नहीं चलेगी

बिहार शरीफ विधानसभा के प्रत्याशी उमै़र खान ने भी मीडिया रिपोर्ट्स पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 में भी एनडीए को 400 पार सीटें दिखाने वाली वही स्क्रिप्ट अब बिहार में दोहराई जा रही है। खान ने कहा जनता सब समझ चुकी है। अब बिहार में झूठी स्क्रिप्ट नहीं चलेगी। इस बार प्रचंड बहुमत से महागठबंधन की सरकार बनने जा रही है।

सड़कों पर उतरेगा बिहार

महागठबंधन प्रत्याशियों ने निर्वाचन आयोग को चेतावनी दी कि यदि मतगणना प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की अनियमितता या दबाव की कोशिश की गई, तो वे सड़कों पर उतरकर राज्यव्यापी आंदोलन करेंगे। प्रत्याशियों ने कहा कि बिहार की जनता इस बार लोकतंत्र बचाने के मूड में है और किसी भी कीमत पर जनादेश से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं करेगी। नालंदा में हुई यह प्रेस वार्ता आगामी 14 नवंबर को होने वाली मतगणना से पहले राजनीतिक माहौल को और अधिक गरमा देने वाली साबित हुई है।