Kaal Bhairav Jayanti 2025 : आज काल भैरव जयंती पर पारंपरिक रूप से घर में काजल बनाने की परंपरा है. मान्यता है कि इस रात तैयार किया गया काजल भगवान काल भैरव की कृपा से बुरी नजर, तांत्रिक बाधाओं और नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा प्रदान करता है.

तांत्रिक ग्रंथों में उल्लेख है कि भैरव अष्टमी की रात्रि में दीपक की लौ से बना यह काजल रक्षा कवच के समान प्रभावी होता है. इसे भैरव मंदिर में अर्पित करने के बाद घर के सदस्यों, विशेषकर बच्चों की आंखों में लगाने से नजर दोष का प्रभाव समाप्त हो जाता है. यह काजल न केवल तंत्र बाधाओं से बचाता है, बल्कि घर में सकारात्मक ऊर्जा और शांति का संचार भी करता है.

जानकारों के अनुसार, इस अनुष्ठान के दौरान संकल्प लिया जाता है, हे काल भैरव, यह काजल हमारे लिए सुरक्षा कवच बने. ऐसा करने से भैरव जी की कृपा से घर में सुख, समृद्धि और आत्मिक संतुलन बना रहता है. मान्यता है कि इस रात तैयार किया गया काजल अगले वर्ष तक प्रभावशाली रहता है और हर प्रकार की नकारात्मकता को निष्क्रिय कर देता है.