विजय कुमार/ जमुई। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण के मतदान के बाद अब प्रशासन पूरी तरह से मतगणना की तैयारियों में जुट गया है। इसी क्रम में बुधवार को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) बिहार की टीम ने जमुई के केकेएम कॉलेज परिसर स्थित स्ट्रांग रूम और मतगणना केंद्र का औचक निरीक्षण किया।

व्यवस्था का बारीकी से जायजा लिया

निरीक्षण के दौरान टीम ने मतगणना केंद्र की सभी तैयारियों और सुरक्षा व्यवस्था का बारीकी से जायजा लिया। अधिकारियों ने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि स्ट्रांग रूम के चारों ओर सुरक्षा घेरा मजबूत रहे और किसी भी अनधिकृत व्यक्ति का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित हो।

सुरक्षा व्यवस्था को लेकर दिए सख्त निर्देश

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी की टीम ने निरीक्षण के समय जिला पदाधिकारी नवीन कुमार (भा.प्र.से), पुलिस अधीक्षक विश्वजीत दयाल, उप विकास आयुक्त सुभाष चंद्र मंडल और अपर समाहर्ता रविकांत सिंहा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विस्तृत बैठक की। उन्होंने कहा कि मतगणना से पहले सुरक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

पारदर्शी तरीके से मेंटेन किया जाए

टीम ने स्ट्रांग रूम के प्रवेश द्वार, सीसीटीवी कैमरा कवरेज, नियंत्रण कक्ष और सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी व्यवस्था का भी गहन निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिया कि स्ट्रांग रूम की 24 घंटे निगरानी सुनिश्चित की जाए और सभी रिकॉर्ड्स को पारदर्शी तरीके से मेंटेन किया जाए।

सुविधाओं की समीक्षा और सुधार के निर्देश

निरीक्षण के दौरान टीम ने मतगणना केंद्र में बिजली, प्रकाश, पेयजल और संचार व्यवस्था की भी जांच की। अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि सभी तकनीकी और बुनियादी सुविधाओं को चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार समय पर दुरुस्त किया जाए, ताकि मतगणना के दिन किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो। इस मौके पर एसीईओ बिहार अमित कुमार पांडे, प्रशांत कुमार सीएच, माधव कुमार सिंह, और डिप्टी सीईओ रत्नाम्बर निलय भी मौजूद रहे।

गुंजाइश नहीं रहनी चाहिए

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी की टीम ने स्पष्ट कहा कि भारत निर्वाचन आयोग की गाइडलाइन के तहत सभी तैयारियां समय पर पूरी की जानी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि मतगणना के दिन किसी भी प्रकार की बाधा या अव्यवस्था की गुंजाइश नहीं रहनी चाहिए। जमुई प्रशासन अब पूरी तत्परता से 14 नवंबर को होने वाली मतगणना के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने में जुटा है।